Edited By suman prajapati, Updated: 07 Nov, 2024 01:26 PM
जीनत अमान अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेसेस में से एक हैं। वो अपने काम के साथ-साथ पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी सुर्खियों में रही हैं। साल 1985 में जीनत ने एक्टर मजहर खान से शादी रचाई थी। हालांकि, शादी के पहले ही साल में उन्हें यह एहसास हो गया था कि...
बॉलीवुड तड़का टीम. जीनत अमान अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेसेस में से एक हैं। वो अपने काम के साथ-साथ पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी सुर्खियों में रही हैं। साल 1985 में जीनत ने एक्टर मजहर खान से शादी रचाई थी। हालांकि, शादी के पहले ही साल में उन्हें यह एहसास हो गया था कि उन्होंने गलत फैसला लिया। इसके बावजूद जीनत ने अपने दोनों बेटों के लिए 12 साल तक इस रिश्ते को निभाया। अब हाल ही में सिमी गरेवाल के साथ इंटरव्यू में जीनत अमान ने मजहर संग अपनी शादी के मुश्किल समय पर बात की।
जीनत अमान ने कहा, '1985 में मैंने मजहर खान से शादी की थी। शादी के पहले साल में मुझे समझ आ गया था कि मैंने गलती की है, लेकिन मजहर से शादी करने का फैसला मेरा खुद का था और वह भी सबकी इच्छाओं के खिलाफ जाकर, तो मैंने सोचा कि अब इसे ठीक करने की कोशिश करूंगी। मैं यह नहीं कह रही कि यह उनके लिए भी अच्छा था। पहले साल से ही हालात बहुत कठिन थे। एक तो मैं गर्भवती थी और मजहर मेरे साथ नहीं थे। दूसरा उस समय स्टारडस्ट मैगजीन में एक बड़ा आर्टिकल छपा था, जिसमें बताया गया था कि मजहर किसी और महिला के साथ थे, जो सच भी था।'
जीनत ने बताया कि जब मेरे बेटे का जन्म हुआ, तो मैंने सोचा कि मुझे इस शादी को खत्म कर देना चाहिए। इस पर हमने बातचीत भी की, लेकिन फिर मैंने यह सोचा कि मेरे बच्चे को एक मौका मिलना चाहिए, इसलिए मैंने शादी बनाए रखने का फैसला किया। मैंने सिर्फ रुक कर नहीं छोड़ा, बल्कि इस रिश्ते को सुधारने के लिए हर संभव कोशिश की।
एक्ट्रेस ने आगे कहा, 'जब मेरे छोटे बेटे की उम्र पांच साल हुई, तो मैंने काम करने का सोचा, लेकिन उससे ठीक पहले मजहर बीमार हो गए। इसके बाद मैं पांच साल तक उनके स्वास्थ्य और जीवन के लिए संघर्ष करती रही, जोकि एक बहुत ज़्यादा कठिन समय था।'
जीनत बोलीं, 'मैंने हर संभव कोशिश की। हम मुंबई के हर अस्पताल में गए। मैंने इंजेक्शन देना सीखा, ड्रेसिंग करना सीखा और 18 महीने तक उनके शरीर के बाहर एक बैग के साथ रहना पड़ा, मैंने वह बैग बदलना भी सीखा। मैं विदेश भी गई और सबसे अच्छे डॉक्टर को ढूंढा। जब वह समस्या हल हो गई और सब कुछ ठीक हुआ, तो इसने मुझ पर बहुत असर डाला। मैं मानसिक रूप से टूटने के कगार पर थी। मेरे पास 12 साल तक ऐसा कोई शख्स नहीं था, जिसने मुझसे यह पूछा कि तुम कैसी हो?'