Edited By Mehak, Updated: 10 Jan, 2025 04:22 PM
नेटफ्लिक्स की सीरीज 'ब्लैक वॉरंट' तिहाड़ जेल की सच्चाई को उजागर करती है, जहां नए अफसर जेल के कड़े हालातों और अपराधियों के संग संघर्ष करते हैं। सीरीज में जहान कपूर ने जेलर सुनील गुप्ता के किरदार को शानदार तरीके से निभाया है, जो जेल सुधारने की कोशिश...
बाॅलीवुड तड़का : नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही नई सीरीज़ 'Black Warrant - Confession of a Tihar Jailor' जेल के अंदर के असल सच को पर्दे पर दिखाती है। यह सीरीज़ उसी नाम की किताब पर आधारित है, जिसे जेलर सुनील गुप्ता और पत्रकार सुनेत्र चौधरी ने लिखा था। यह सीरीज़ आपको तिहाड़ जेल के काले चिट्ठे में झांकने का मौका देती है और दिखाती है कि जेल का असल माहौल क्या होता है, जिसमें अपराधी, अफसर और जेल के कामकाजी माहौल का क्या हाल होता है।
सीरीज़ की कहानी
सीरीज़ में तिहाड़ जेल में तीन नए अफसर आते हैं, जो जेल के कायदों और जेल की सियासी दुनिया को समझने की कोशिश कर रहे होते हैं। इस बीच, रंगा-बिल्ला नाम के दो अपराधियों को फांसी की सजा सुनाई जाती है और जेल में फांसी की तैयारी शुरू हो जाती है। इसके साथ ही अफसरों की निजी ज़िंदगी में भी उथल-पुथल होती है। इस सीरीज़ में 80 के दशक की तिहाड़ जेल की सच्चाई सामने आती है।
कैसी है सीरीज़
यह सीरीज़ बेहद दिलचस्प और वास्तविक है। इसके जरिए जेल की राजनीति, भ्रष्टाचार, अफसरों की निजी ज़िंदगी, कैदियों के संघर्ष, और जेल के खाने तक की सारी बातें दिखाईं गई हैं। इसके सारे पहलू आपको आश्चर्यचकित करते हैं और आप महसूस करते हैं कि आप वाकई तिहाड़ जेल में हैं। इस सीरीज़ में दिखाया गया है कि कैसे जेलर सुनील गुप्ता तिहाड़ जेल में सुधार लाने की कोशिश करते हैं।
कैसी है सीरीज़ में एक्टिंग ?
ज़हान कपूर ने जेलर सुनील गुप्ता का किरदार बेहतरीन तरीके से निभाया है। उनके मासूमियत, ईमानदारी, और सिस्टम के खिलाफ गुस्से को आप महसूस करोगे। राहुल भट, परमवीर चीमा और अनुराग ठाकुर ने भी शानदार एक्टिंग की है। सिद्धांत गुप्ता और राजेंद्र गुप्ता ने भी अपने किरदारों में बेहतरीन अभिनय किया है।
सीरीज़ की डायरेक्शन
सीरीज़ को विक्रमादित्य मोटवानी और सत्यांशु सिंह ने डायरेक्ट किया है, और इसमें अरकेश अजय, अंबिका पंडित और रोहिन रविंद्रन ने भी योगदान दिया है। इन सबकी टीम ने एक बेहतरीन तालमेल के साथ इसे रियल और इंटेंस तरीके से प्रस्तुत किया है। फिल्म में कुछ भी हल्का-फुल्का नहीं दिखाया गया है, सब कुछ रियल रखा गया है।
यह सीरीज़ देखने लायक है। इसकी सच्चाई, एक्टिंग और डायरेक्शन इसे खास बनाती हैं। अगर आप जेल के अंदर के असली माहौल को जानना चाहते हैं, तो यह सीरीज़ जरूर देखें।