Edited By suman prajapati, Updated: 06 Jun, 2025 02:04 PM

बहुचर्चित मीठी नदी सफाई घोटाले की जांच लगातार गहराती जा रही है। अब इस मामले में बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया की मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही हैं। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में डिनो मोरिया के मुंबई स्थित घर...
मुंबई. बहुचर्चित मीठी नदी सफाई घोटाले की जांच लगातार गहराती जा रही है। अब इस मामले में बॉलीवुड एक्टर डिनो मोरिया की मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही हैं। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में डिनो मोरिया के मुंबई स्थित घर पर छापेमारी की है।
सरकारी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, ईडी की यह कार्रवाई सिर्फ डिनो मोरिया तक सीमित नहीं रही, बल्कि उनके भाई और कुछ अन्य लोगों के ठिकानों पर भी एक साथ छापे मारे गए हैं।
ईडी की यह छापेमारी धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के अंतर्गत की गई है। मीठी नदी सफाई घोटाले में इससे पहले मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने भी डिनो मोरिया से पूछताछ की थी। ईओडब्ल्यू की पूछताछ के बाद अब ईडी की कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि मामला अब धनशोधन के पहलू तक जा पहुंचा है।

बीएमसी को हुआ करोड़ों का नुकसान
इस घोटाले में मुंबई महानगरपालिका (BMC) को कथित रूप से 65 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ईडी की जांच मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर आगे बढ़ रही है। एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि मीठी नदी की सफाई में गड़बड़ी हुई और इस काम में लगे ठेकेदारों ने बीएमसी को धोखा दिया।
डिनो मोरिया की भूमिका क्या है?
डिनो मोरिया और उनके परिवार के कुछ सदस्यों का नाम इस घोटाले में मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी से जुड़ा बताया जा रहा है। यह कंपनी कोच्चि में पंजीकृत है और मीठी नदी की सफाई के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ड्रेजिंग मशीनें और स्लज पुशर बीएमसी को इसी कंपनी से किराए पर दी गई थीं। आरोप है कि यह मशीनें बाजार भाव से कई गुना ऊंचे दामों पर किराए पर ली गईं, जिससे बीएमसी को भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा।