Edited By Parminder Kaur, Updated: 15 Jul, 2024 02:21 PM
शरद केलकर अपनी एक्टिंग के साथ-साथ दमदार आवाज के लिए भी जाने-जाते हैं। कभी किसी फिल्म की डबिंग में तो कभी किसी एनिमेशन पात्र को आवाज दी। हालांकि एक समय ऐसा था, जब उनकी यही आवाज सुनकर लोग हंसते थे। शरद ने वेब सीरीज द लीजेंड ऑफ हनुमान के चौथे सीजन में...
मुंबई. शरद केलकर अपनी एक्टिंग के साथ-साथ दमदार आवाज के लिए भी जाने-जाते हैं। कभी किसी फिल्म की डबिंग में तो कभी किसी एनिमेशन पात्र को आवाज दी। हालांकि एक समय ऐसा था, जब उनकी यही आवाज सुनकर लोग हंसते थे। शरद ने वेब सीरीज द लीजेंड ऑफ हनुमान के चौथे सीजन में एक बार फिर रावण की भूमिका को आवाज दी है। हाल ही में एक्टर ने आवाज और पेशेवर सफर से जुड़े विभिन्न पहलुओं को लेकर बात की है।
शरद केलकर ने कहा- कभी आवाज के कारण रिजेक्ट होना पड़ा था। अब आवाज पहचान बन गई हैं। रिजेक्शन से पहचान के सफर को कैसे देखते हैं? बचपन में सभी को ऐसे बहुत सारे लेक्चर मिलते हैं कि कोशिश करते रहो सफलता जरूर मिलेगी, डर के आगे जीत है। तब लगता था ये क्या फालतू बातें कर रहे हैं। आज लगता है कि बचपन में लोग सही ही बोलते हैं। मैं आवाज नहीं कहूंगा, लेकिन जिस बोलने की शैली को लोगों ने रिजेक्ट किया। आज उसी को इतना प्यार मिल रहा है। यह मुझे अपने लिए जीत जैसी लगती है। खुशी होती है कि जो सोचा वो किया।
एक्टर ने आगे कहा- लोग अपनी खामियों में उलझे रहते हैं, उन्हें समझने सुधारने की जो प्रक्रिया हैं, उसमें जुटते ही नहीं। वर्षों तक मैं भी उन्हीं में उलझा रहा। हर एक की जिंदगी में वो समय आता है कि मरता क्या न करता। जब मेरी जिंदगी में वो पल आया कि मुझे लगा कि अब तो इसे ठीक करना ही पड़ेगा। मैं अक्सर लोगों से यही कहता हूं कि असंभव को संभव बनाने के लिए सिर्फ अ ही हटाना है। इसके लिए मैं कुछ नहीं करता हूं। लोग मुझे सलाह भी देते हैं कि इसका ख्याल रखो, संभाल कर रखो। मैं उनसे कहता हूं अब जैसी है, वैसी है, अब इससे खराब क्या होगी। ज्यादातर लोगों के जीवन में एक ही चीज सभी समस्याओं की जड़ होती है कि लोग आत्मसम्मान और अहंकार में अंतर नहीं समझते हैं। अहंकार की भावना इंसान के लिए सबसे विनाशकारी होती है। रावण अहंकार के कारण ही अपनी जिंदगी में सब कुछ खोता गया। अगर लोग इस फर्क को समझ लें, तो बहुत सी समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
इसके अलावा शरद ने कहा- मुझे खुशी है कि पिछले डेढ़-दो वर्षों में मैंने जो भी काम किया सभी अलग-अलग थे, सभी से मैंने कुछ सीखा। आगे मराठी की सबसे बड़ी एक्शन फिल्म (रांटी) की है, एकाध महीने में उसकी रिलीज डेट आ जाएगी। एक वेब सीरीज की है। अक्षय कुमार के साथ एक और फिल्म (स्काई फोर्स) भी है। उनके साथ काम करने में मुझे बड़ा मजा आता है। जब मैं लक्ष्मी फिल्म करने गया था, तो वह अपने हिस्से का शूट कर चुके थे। मुझे उनका काम दिखाया गया था, तो मुझे पता था कि मुझे किस सीमा में रहना है और कैसे हाव-भाव रखने हैं। अक्षय की भूमिका के अंदर मेरी आत्मा थी, मैं उस भूमिका से बाहर जा ही नहीं सकता था।