Edited By suman prajapati, Updated: 08 Oct, 2024 03:52 PM
संजय लीला भंसाली फिल्म इंडस्ट्री के टॉप डायरेक्टर्स में से एक हैं। उन्होंने इंडस्ट्री को कई सुपरहिट फिल्में दी हैं और खुद को साबित किया है। पिछली बार रिलीज हुई उनकी ‘हीरामंडी’ ने दर्शकों का खूब दिल जीता। लेकिन इंडस्ट्री को कई हिट फिल्में देने वाले...
बॉलीवुड तड़का टीम. संजय लीला भंसाली फिल्म इंडस्ट्री के टॉप डायरेक्टर्स में से एक हैं। उन्होंने इंडस्ट्री को कई सुपरहिट फिल्में दी हैं और खुद को साबित किया है। पिछली बार रिलीज हुई उनकी ‘हीरामंडी’ ने दर्शकों का खूब दिल जीता। लेकिन इंडस्ट्री को कई हिट फिल्में देने वाले संजय खुद को शापित मानते हैं। इस बात का खुलासा हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में किया। तो आइए जानते हैं वो खुद को ऐसा क्यो समझते हैं।
हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के साथ एक इंटरव्यू में संजय लीला भंसाली ने कहा, ‘हर आर्टिस्ट को अपमानित होना पड़ता है। अगर मजाक न उड़ाया जाए या आपके साथ जो सही-गलत हुआ उसे लेकर आपमें गुस्सा न हो तो आपको एक्प्रेस करना नहीं आएगा। आपके पास कहने के लिए कुछ होगा ही नहीं। एक्सप्रेशन आक्रोश से आता है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं खुश किस्मत हूं कि कष्ट में पैदा हुआ। मैं खुशकिस्मत हूं कि 300 स्क्वैयर फीट बेरंग चॉल में पैदा हुआ। मैं खुशकिस्मत हूं कि उस पिता के यहां जन्मा जो पीछे अधूरे सपने छोड़ गए। इससे मुझे इतना धैर्य मिला, जितना किसी फिल्ममेकर को नहीं मिल सकता।
भंसाली ने कहा, ‘आपको समझना पड़ेगा कि मैं बहुत ही शापित और ब्लेस्ड हूं। मुझे बहुत प्यार मिला और नफरत भी। मैं बहुत सफल हूं और असफल भी। यही विरोधाभास है जो मुझे बनाता है। मैं हमेशा ऐसा ही रहूंगा।’
संजय लीला भंसाली ने बताया कि मेरी मां डांसर थीं जो छोटी सी जगह में परफॉर्म करती थीं, क्योंकि हम चॉल में रहते थे। इसके उलट मेरी हीरोइनें महंगी सेटिंग में डांस करती हैं। जो भी ट्रॉमा मैंने झेला उससे मेरी फिल्ममेकिंग रिच हुई। मैं खुद को एक समझदार व्यक्ति के रूप में देखता हूं। मैं अपने आप से पूछता हूं कि मैं इस सारी अव्यवस्था को कैसे व्यवस्थित कर सकता हूं। यह मंचन मेरे बचपन से उत्पन्न हुआ है।