Edited By suman prajapati, Updated: 15 May, 2025 01:30 PM

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव में लोगों को तब थोड़ी राहत मिली, जब दोनों देशों ने युद्धविराम की दिशा में कदम बढ़ाया। हालांकि, इसी दौरान पहलगाम में हुए आतंकी हमले और भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म रही।...
मुंबई. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव में लोगों को तब थोड़ी राहत मिली, जब दोनों देशों ने युद्धविराम की दिशा में कदम बढ़ाया। हालांकि, इसी दौरान पहलगाम में हुए आतंकी हमले और भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म रही। देशभर में आम नागरिकों ने इस ऑपरेशन की प्रशंसा की, लेकिन कुछ जानी-मानी बॉलीवुड हस्तियों की चुप्पी लोगों को खटक गई। इस चुप्पी पर नेटिज़न्स ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि कुछ कलाकार विदेशों में अपने फैनबेस को खोने के डर से संवेदनशील मुद्दों पर बोलने से बचते हैं। ऐसे में हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा ने स्टार्स की चुप्पी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
प्रीति जिंटा ने हाल ही में ट्विटर पर एक ‘आस्क मी एनीथिंग’ सेशन के दौरान इस विषय पर अपनी राय दी। जब एक यूज़र ने उनसे सवाल किया कि कुछ सेलेब्रिटीज़ ने ना तो आतंकी हमले की निंदा की और ना ही ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की, तो प्रीति ने बड़े ही संवेदनशील और भावनात्मक अंदाज़ में जवाब दिया।

उन्होंने कहा: "मैं दूसरों की ओर से नहीं बोल सकती क्योंकि हर व्यक्ति घटनाओं को अपने ढंग से देखता और समझता है। लेकिन मेरी परवरिश एक फौजी परिवार में हुई है, और मेरे लिए ये मुद्दे दिल से जुड़े हुए हैं। मैंने सेना के जीवन की हकीकत को बहुत करीब से देखा है — साहस, बलिदान, आंसू और दर्द।"
प्रीति ने आगे कहा- "कभी-कभी मुझे लगता है कि सैनिकों के परिवार खुद उनसे भी ज्यादा मजबूत होते हैं। उन माताओं को देखिए जो अपने बेटों को देश के लिए खो देती हैं, उन पत्नियों को जो फिर कभी अपने पति की मुस्कान नहीं देख पातीं और उन बच्चों को जिनके माता-पिता युद्धभूमि से कभी लौटते नहीं। यह उनकी सच्चाई है और ये हकीकत किसी की राय से नहीं बदलती। भगवान उन सभी को आशीर्वाद दें।"
बॉलीवुड पर पहले भी उठे सवाल
यह पहली बार नहीं है जब बॉलीवुड सितारों की राष्ट्रहित के मुद्दों पर चुप्पी को लेकर आलोचना हुई हो। कई बार सोशल मीडिया पर यूज़र्स ये सवाल उठाते हैं कि जो लोग अपनी फिल्मों और ब्रांड्स के प्रचार के लिए मुखर रहते हैं, वही देश की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चुप क्यों हो जाते हैं।