Edited By Dishant Kumar, Updated: 07 Oct, 2022 03:13 PM

फिल्म 'चक्की' के जरिये एक आम आदमी की ज़िंदगी को पर्दे पर उतारा गया है , दिखाया गया है कि कैसे देश का आम नागरिक हर रोज़ अपनी समस्याओं से दो चार होता है और इसी आम आदमी की सच्ची दास्तान को फिल्म 'चक्की' में बखूबी दिखाया गया है और कहानी इसी चक्की के मालिक...
भ्रष्टाचार की चक्की में पिसते आम आदमी की दास्तान बयां करती है फिल्म 'चक्की'
Rating : 3.5
Cast : राहुल भट, प्रिया बापट, नेहा बाम, श्रीकांत वर्मा और दुर्गेश कुमार
Director: सतीश मुंडा
फिल्म 'चक्की' के जरिये एक आम आदमी की ज़िंदगी को पर्दे पर उतारा गया है , दिखाया गया है कि कैसे देश का आम नागरिक हर रोज़ अपनी समस्याओं से दो चार होता है और इसी आम आदमी की सच्ची दास्तान को फिल्म 'चक्की' में बखूबी दिखाया गया है और कहानी इसी चक्की के मालिक के इर्द गिर्द घूमती है , फिल्म आज रिलीज़ हो चुकी है फिल्म 'चक्की' में राहुल भट, प्रिया बापट, नेहा बाम, श्रीकांत वर्मा और दुर्गेश कुमार अहम किरदारों में हैं
कहानी –
चक्की एक छोटे शहर मे रहने वाले विजय की कहानी है जिसकी लाइफ पूरी तरह से सेट होने वाली है। उसकी एक प्रेमिका भी है जिसे बचपन से प्यार करता है और बात शादी तक पहुँच जाती है लेकिन इसी बीच विजय बिजली विभाग मे होने वाले एक भ्रस्टाचार की चपेट मे आ जाता है दरअसल चक्की के मीटर मे कुछ खराबी होने के कारण उसका एक महीने का बिल डेढ़ लाख से उपर पहुँच जाता है जो की विजय के लिए बड़ी समस्या पैदा करता है इस समस्या के निवारण के लिए विजय बिजली ऑफिस के कई चक्कर काटता है और भ्रस्टाचार की चपेट मे आ जाता है इसी टेंशन के कारण दूसरी तरफ उसकी पर्सनल लाइफ भी पूरी तरह से बिगड़ जाती है
एक्टिंग –
'चक्की' में सभी की एक्टिंग लाजवाब है फिर चाहे वो लीड एक्टर हों या सपोर्टिंग राहुल भाट ने विजय के किरदार मे लाजवाब काम किया है उन्होंने इस किरदार मे नेचुरल एक्टिंग की है जो आपको भी बहुत पसंद आने वाली है प्रिया बापत भी विजय की प्रेमिका के किरदार मे खूब जमी इनके अलावा सपोर्टिंग कास्ट भी उम्मीदों पर खरी उतरी है।
रिव्यू -
मूवी की कहानी दमदार है कांसेप्ट मे भी बहुत दम है फिल्म की कहानी यह बताती है की सरकारी दफ्तरों मे होने वाला भ्रस्टाचार एक आमआदमी के जीवन को किस तरह से प्रभावित करता है।फिल्म के डायलॉग काफी मजाकिया अंदाज मे लिखे गए है जो किरदारों के मुह से निकलने के बाद एक अलग ही असर छोड़ते है।स्क्रीनप्ले लाजवाब है जिसने एक नॉर्मल सी कहानी को रियल बना दिया है हर एक सीन अपनी जगह पर एक अच्छा अनुभव देता है। एक आम आदमी की सच्ची दास्तान को फिल्म 'चक्की' में बखूबी दिखाया गया है. इसमें दिखाया गया है कि किस तरह से एक साधारण आदमी भ्रष्टाचार की 'चक्की' में पिसता जाता है.