Edited By Jyotsna Rawat, Updated: 11 Sep, 2024 04:34 PM
मीना कुमारी एक ऐसी अदाकार जिनकी एक्टिंग से लेकर उनकी खूबसूरती तक की दुनिया दीवानी थी।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। मीना कुमारी एक ऐसी अदाकार जिनकी एक्टिंग से लेकर उनकी खूबसूरती तक की दुनिया दीवानी थी। हालांकि, उनकी जिंदगी दर्द से भरी थी। मीना कुमारी और कमाल अमहोरी की लव-स्टोरी (Kamal Amrohi Aur Meena Kumari Love Story) किसी से भी छुपी नहीं है।
खआस बात ये है कि मीना कुमारी और कमाल अमहोरी की लव-स्टोरी पर अब फिल्म बनने जा रही है। इनकी लव स्टोरी को बड़े पर्दे पर देखना बड़ा दिलचस्प रहेगा। इस फिल्म की आज ऑफिशियल अनॉउंसमेंट कर दी गई है। इस फिल्म का नाम 'कमल और मीना' (Kamal Aur Meena) रखा गया है।
बता दें कि इसे सिद्धार्थ पी मल्होत्रा डायरेक्ट करेंगे। सिद्धार्थ ने हाल ही में फिल्म 'महाराज' डायरेक्ट की थी, जिसके जरिए आमिर खान के बेटे जुनैद ने एक्टिंग डेब्यू किया था।
फिल्म में कमाल अमरोही और मीना कुमारी की 20 साल की जिंदगी के बारे में दिखाया जाएगा। मीना कुमारी जब कमाल अमरोही से पहली बार मिली थीं, तब वह 18 साल की थीं। पहली मुलाकात से लेकर 'पाकीजा' के बनने तक का सफर फिल्म में दिखाया जाएगा।
कुछ ऐसी रही ट्रेजेडी क्वीन मीना कुमारी की जिंदगी
मीना कुमारी की पर्सनल लाइफ काफी ट्रैजिक रही है। उनकी फैन फ्लॉइंग भी काफी तगड़ी थी। ऐसे में उनकी बायोपिक लाना उनके फैंस के लिए बेहत खुशी की बात है। लीवर सिरहोसिस के कारण 31 मार्च, 1972 को 38 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई, वहीं उनकी आखिरी फिल्म 'गोमती के किनारे' 22 नवंबर, 1972 को रिलीज हुई।
बेहद कम उम्र में ही परिवार को पालने की खातिर इंडस्ट्री में बनाई खास जगह
महज 7 साल की उम्र में मीना कुमारी ने बॉलीवुड में कदम रखा था। अपनी पहली फिल्म से लेकर आखिरी फिल्म तक उन्होंने अपनी एक्टिंग के जादू से सबको अपना दीवाना बनाया हुआ था। उनकी ज्यादातर फिल्में दुखमयी ही रही। जिनमें वो अपना दुख व्यक्त करती दिखीं। मीना कुमारी ने कई सारे पुरस्कार भी अपने नाम किए।
अनाथ आश्रम से वापस लाना पड़ा था मीना कुमारी को
मीना कुमारी के पिता अली बक्श भी फिल्मी कलाकार थे और उनकी मां प्रभावती देवी (इकबाल बानो) एक मशहूर डांसर थी। 1 अगस्त 1932 को मुंबई के एक क्लीनिक में मीना का जन्म हुआ था। उनके पिता मास्टर अली बक्श को उम्मीद थी कि उनके बेटा होगा लेकिन जन्म लिया एक लड़की ने और अली बक्श के पहले से दो बेटी थी। मास्टरअली बख्श ने फैसला किया कि वह बच्ची को घर नहीं ले जाएंगे और वह बच्ची को अनाथालय छोड़ आए लेकिन बाद में उनकी पत्नी का दुख उनसे देखा नहीं गया और बच्ची को वापस ले आए। किसे पता था इसी बच्ची को आगे जाकर उनके बेहतरीन अभिनय के लिए एक नहीं चार बार फिल्म फेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
मीना कुमारी को अभिनय के अलावा शेरो-शायरी का भी बेहद शौक था। उनके गानों को आज भी दर्शक शौक से सुनते हैं। यह भी कहा जाता है कि मीना कुमारी अभिनेत्री नहीं होती तो, शायर होती। 1952 में मीना कुमारी ने फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही के साथ शादी कर ली। लेकिन अचानक कुछ ऐसा हुआ कि 1964 में दोनों अलग हो गए।
कमाल अमरोही से अलग होने के बाद भी किया उनकी फिल्म में काम
कमाल अमरोही की फिल्म ‘पाकीजा’ को बनने में लगभग 14 साल लग गए थे। कमाल अमरोही से अलग होने के बाद भी मीना कुमारी ने शूटिंग जारी रखी क्योंकि उनका मानना था कि ‘पाकीजा’ जैसी फिल्मों में काम करने का मौका बार-बार नहीं मिलता और यह एक सुपरहिट फिल्म साबित हुई। बता दें कि मीना कुमारी अभिनेता धर्मेन्द्र की बेवफाई से सदमें में चली गई थी और बहुत अधिक शराब पिने लगी थी। यही नहीं धर्मेन्द्र ने एक बार मीना को सबके सामने थप्पड़ मारा था। 39 साल की उम्र में 31 मार्च, 1972 को अत्यधिक शराब पीने की वजह से उनकी मौत हो गई।
Saurce: Navodaya Times