Edited By suman prajapati, Updated: 20 Apr, 2025 12:36 PM

. बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद उन चुनिंदा सेलेब्रिटीज़ में से हैं जिन्होंने पर्दे पर ही नहीं, बल्कि असल ज़िंदगी में भी हीरो बनकर लोगों का दिल जीता है। कोरोनाकाल में लाखों लोगों के लिए मसीहा बने सोनू सूद लगातार पीड़ितों और गरीबों की मदद में जुटे हुए हैं।...
मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद उन चुनिंदा सेलेब्रिटीज़ में से हैं जिन्होंने पर्दे पर ही नहीं, बल्कि असल ज़िंदगी में भी हीरो बनकर लोगों का दिल जीता है। कोरोनाकाल में लाखों लोगों के लिए मसीहा बने सोनू सूद लगातार पीड़ितों और गरीबों की मदद में जुटे हुए हैं। इसी बीच, अब एक्टर समाज सेवा के एक बड़े मिशन में जुट गए हैं। इस बार उनका फोकस शिक्षा पर है।
100 गरीब बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी उठाई
सोनू सूद ने अपने 'सोनू सूद फाउंडेशन' के माध्यम से मध्य प्रदेश के देवास जिले के 100 गरीब बच्चों की शिक्षा का जिम्मा उठाया है। इस पहल का नाम ‘शिक्षादान’ रखा गया है, जो न सिर्फ बच्चों को स्कूल भेजने की व्यवस्था करेगा, बल्कि उनके भविष्य को आकार देने की दिशा में एक ठोस कदम भी है।
सिर्फ स्कूल नहीं, बेहतर भविष्य की ओर कदम
एक खास कार्यक्रम के दौरान सोनू सूद ने इस नई पहल की घोषणा की और बताया कि यह सिर्फ बच्चों को स्कूल भेजने तक सीमित नहीं है। उनका उद्देश्य है कि इन बच्चों को वे सभी अवसर और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं जो एक बेहतर जीवन के लिए जरूरी हैं। शिक्षा बदलाव का सबसे ताकतवर हथियार है।"
सोनू सूद का मानना है कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर तबके के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का पूरा हक है, और उनकी यह पहल उसी सोच का नतीजा है।

क्या-क्या मिलेगा बच्चों को?
‘शिक्षादान’ योजना के तहत चयनित बच्चों को केवल स्कूल में दाखिला ही नहीं दिलाया जाएगा, बल्कि उन्हें शिक्षा से जुड़ी हर जरूरी चीजें मुहैया कराई जाएंगी, जैसे स्कूल की फीस, किताबें और स्टडी मटेरियल, स्कूल ड्रेस, बैकपैक और अन्य आवश्यक सामग्री। इस पहल के तहत बच्चों का चयन स्थानीय संस्थानों की सहायता से किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सच में ज़रूरतमंद और योग्य बच्चे ही इसका लाभ उठा सकें।
देवास बना शिक्षा क्रांति की शुरुआत का केंद्र
सोनू सूद ने मध्य प्रदेश के देवास जिले को अपने इस अभियान की शुरुआत का केंद्र बनाया है। यह पहला जिला है जहां ‘शिक्षादान’ कार्यक्रम लागू किया गया है। लेकिन सोनू सूद यहीं नहीं रुकने वाले। उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में इस पहल का देश के अन्य हिस्सों में भी विस्तार किया जाएगा।
उन्होंने कहा-“मेरा सपना है कि हर बच्चा, चाहे उसका सामाजिक या आर्थिक बैकग्राउंड कुछ भी हो, शिक्षा के अवसरों से वंचित न रहे।