Edited By Smita Sharma, Updated: 06 Nov, 2024 08:03 AM
बिहार की लोक गायिका और अपने छठ गीतों के लिए लगभग हर दिलों में बसनें वालीं शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। शारदा सिन्हा लंबे समय से कैंसर से जंग लड़ रही थीं। दिल्ली एम्स में भर्ती शारदा सिन्हा की हालत बिगड़ने के बाद उनको वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया...
मुंबई: बिहार की लोक गायिका और अपने छठ गीतों के लिए लगभग हर दिलों में बसनें वालीं शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। शारदा सिन्हा लंबे समय से कैंसर से जंग लड़ रही थीं। दिल्ली एम्स में भर्ती शारदा सिन्हा की हालत बिगड़ने के बाद उनको वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था लेकिन 5 नवंबर की रात उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके जाने पर बेटे से लेकर भोजपुरी इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने शोक जताया है।
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने मां के एक्स हैंडल से उनकी पोस्ट कर लिखा- 'आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं।'
मंगलवार को अंशुमान सिन्हा मां शारदा सिन्हा के फेसबुक अकाउंट पर लाइव आए थे और उन्होंने निधन की तमाम खबरों को गलत करार दिया था और लोगों से मां के लिए दुआ करने की अपील की थी।
दरअसल सोशल मीडिया पर सोमवार से ही शारदा सिन्हा से जुड़ी अफवाहें आने लगी थीं हालांकि अंशुमान ने कहा कि मां जीवित हैं पर शाम होते होते अफवाहें सच साबित हुईं और 72 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली।
लोक गायिका शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिले के हुलास गांव में हुआ था। बचपन से ही संगीत में गहरी रुचि रखने वाली शारदा ने अपनी मेहनत और संगीत के प्रति जुनून से खेतों से लेकर बड़े मंचों तक का लंबा सफर तय किया। शारदा सिन्हा विशेष रूप से छठ पूजा के गीतों के लिए प्रसिद्ध हैं और उन्होंने भारतीय संगीत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।