Edited By suman prajapati, Updated: 16 Mar, 2025 02:32 PM

हिंदी भाषा को लेकर दक्षिण भारत में विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इस बीच, एक्टर प्रकाश राज ने आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण पर हिंदी भाषा को थोपने का आरोप लगाते हुए उन्हें तीखा जवाब दिया है। अपने ट्वीट के जरिए प्रकाश राज ने पवन कल्याण की...
मुंबई. हिंदी भाषा को लेकर दक्षिण भारत में विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इस बीच, एक्टर प्रकाश राज ने आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण पर हिंदी भाषा को थोपने का आरोप लगाते हुए उन्हें तीखा जवाब दिया है। अपने ट्वीट के जरिए प्रकाश राज ने पवन कल्याण की टिप्पणियों पर पलटवार किया है और और अपनी बात रखी है।
दरअसल, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच तीन भाषा के नियम को लेकर चल रही खींचतान को लेकर हाल ही में पवन कल्याण ने हाल ही में बयान दिया था। उन्होंने कहा था, 'तमिलनाडू हिंदी को लेकर बेवजह विवाद बढ़ा रहा है। आप अपनी फिल्में हिंदी में डब करते हैं और हिंदी भाषी क्षेत्रों से खूब पैसा कमाते हैं। फिर यहां आकर आप हिंदी का ही विरोध करने लगते हैं। देश की अखंडता के लिए हिंदी समेत कई भाषाओं की जरूरत है। हमारे यहां उप्र और बिहार के लाखों मजदूर काम करते हैं। लेकिन इन सब के बीच हिंदी का विरोध करते हैं ये अपने आप में ही विरोधाभाषी है।'
वहीं, शनिवार को एक्टर प्रकाश राज ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पवन कल्याण की आलोचना करते हुए एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, "अपनी हिंदी भाषा हम पर मत थोपिए। यह किसी दूसरी भाषा से नफरत करने के बारे में नहीं है; यह हमारी मातृभाषा और हमारी सांस्कृतिक पहचान को आत्मसम्मान के साथ बचाने के बारे में है। कोई, कृपया पवन कल्याण को यह समझाए गारू।"
क्या है विवाद
दरअसल, केंद्र सरकार ने हाल ही में तमिलनाडू सरकार को नई शिक्षा नीति लागू करने के लिए कहा। इस शिक्षा नीति में 'तीन भाषा फॉर्मूला' है, जिसके तहत अंग्रेजी और हिंदी 2 भाषाएं जरूरी हैं और तीसरी भाषा क्षेत्रीय है। लेकिन तमिलनाडू की राज्य सरकार ने इस नीति को भाषाओं की बाध्यता के चलते लागू करने से इंकार कर दिया, जिसके बाद केंद्र सरकार ने 2,152 करोड़ रुपयों की राशि पर रोक लगा दी। इसके बाद से ये विवाद लगातार गहराता जा रहा है।