Edited By suman prajapati, Updated: 20 Apr, 2025 11:45 AM

बॉलीवुड के दिवंगत महान एक्टर इरफान खान के बेटे बाबिल खान इन दिनों अपनी नई साइबर थ्रिलर फिल्म ‘लॉगआउट’ को लेकर सुर्खियों में हैं। फिल्म में उनके प्रदर्शन को काफी सराहा जा रहा है और उन्हें एक प्रतिभाशाली एक्टर के रूप में देखा जा रहा है। इसी बीच बाबिल...
मुंबई. बॉलीवुड के दिवंगत महान एक्टर इरफान खान के बेटे बाबिल खान इन दिनों अपनी नई साइबर थ्रिलर फिल्म ‘लॉगआउट’ को लेकर सुर्खियों में हैं। फिल्म में उनके प्रदर्शन को काफी सराहा जा रहा है और उन्हें एक प्रतिभाशाली एक्टर के रूप में देखा जा रहा है। इसी बीच बाबिल खान ने निजी जिंदगी से जुड़ा एक बड़ा फैसला लेकर अपने फैंस को हैरान कर दिया है। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि वह अपने पिता इरफान खान की तरह अपने सरनेम ‘खान’ को छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं। उनके इस फैसले के पीछे कोई राजनीतिक या सामाजिक एजेंडा नहीं है, बल्कि यह उनकी व्यक्तिगत पहचान की खोज से जुड़ा है।
“मैं सिर्फ बाबिल बनना चाहता हूं” – बाबिल का बयान
इंटरव्यू में बाबिल ने खुलकर बताया कि वह कैसे अपने बाबा इरफान खान की राह पर चलते हुए अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा: “मेरे बाबा ने भी शुरुआत में अपने नाम के साथ 'खान' इस्तेमाल किया, लेकिन समय के साथ लोग उन्हें सिर्फ ‘इरफान’ के नाम से जानने लगे। मैं भी चाहता हूं कि मेरी पहचान मेरे काम से बने, न कि मेरे सरनेम से।”
बाबिल मानते हैं कि कई बार परिवार का नाम किसी कलाकार की खुद की पहचान पर भारी पड़ जाता है। इसलिए वह भी चाहते हैं कि लोग उन्हें उनके काम, उनके अभिनय और उनके विचारों से जाने, न कि सिर्फ ‘इरफान खान के बेटे’ के रूप में।

कोई एजेंडा नहीं, बस अपनी पहचान की तलाश
अपने सरनेम को छोड़ने के विचार को स्पष्ट करते हुए बाबिल ने कहा:“यह कोई बड़ा एजेंडा नहीं है। यह कोई राजनीतिक या सामाजिक स्टेटमेंट नहीं है। यह सिर्फ मेरी व्यक्तिगत यात्रा है, अपनी पहचान को लेकर। मैं चाहता हूं कि लोग मुझे मेरे नाम से जानें – सिर्फ बाबिल के रूप में।”
इंटरव्यू के दौरान बाबिल ने बताया कि उनका परिवार कभी राजघराने से जुड़ा था और असल में वे एक 'प्रिंस' हैं। लेकिन उनके दादा जी ने राजसी जीवन को त्याग कर एक साधारण जीवन चुना। यही नहीं, उनके पिता इरफान खान ने भी अपने संघर्षों और मेहनत के दम पर इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई।

एक्टर ने कहा, “मेरे बाबा ने मुझे लड़ना सिखाया, लेकिन उन्होंने मुझे प्यार और इज्जत से जीना भी सिखाया है। उन्होंने मुझे सिखाया कि स्टारडम नहीं, रिश्तों की अहमियत ज्यादा होती है। फैन नहीं, फैमिली बनानी है।”
बाबिल की फिल्मों का सफर
बाबिल खान ने ‘कला’ के जरिए बॉलीवुड में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी और अब उनकी फिल्म ‘लॉगआउट’ में उनकी परफॉर्मेंस की खूब सराहना हो रही है। ये फिल्म साइबर वर्ल्ड, डिजिटल डिपेंडेंसी और यंग जेनरेशन की भावनाओं के टकराव को दर्शाती है, और इसमें बाबिल की परिपक्वता साफ दिखती है।