Edited By suman prajapati, Updated: 05 Aug, 2025 04:15 PM

आध्यात्मिक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने हाल ही में अपनी किताब इट्स ओके लॉन्च की है। यह किताब लोगों को मुश्किल समय में रास्ता दिखाने के लिए लिखी गई है। जया कहती हैं कि इस किताब का नाम उनके अपने अनुभव से लिया गया है। वह बताती हैं, “यह किताब मैंने...
मुंबई. आध्यात्मिक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी ने हाल ही में अपनी किताब इट्स ओके लॉन्च की है। यह किताब लोगों को मुश्किल समय में रास्ता दिखाने के लिए लिखी गई है। जया कहती हैं कि इस किताब का नाम उनके अपने अनुभव से लिया गया है। वह बताती हैं, “यह किताब मैंने कॉलेज के बच्चों से बात करके लिखी। जब मैं उनसे मिलती हूं, तो वे अपनी परेशानियों के बारे में बताते हैं। कई बार वे परेशान होते हैं, लेकिन फिर भी कहते हैं 'जस्ट चिल' या 'इट्स ओके'। यह बात मुझे सोचने पर मजबूर कर गई।”
जया बताती हैं कि वह पिछले पांच सालों से एक किताब लिखना चाहती थीं और इस किताब का संदेश उनके दिल के बहुत करीब है। वह कहती हैं, “इस किताब का मकसद यह है कि चाहे आपकी जिंदगी में कोई भी हालात हों – अच्छे या बुरे – आपको समझना होगा कि कब कहना है ‘इट्स ओके’ और कब नहीं। आपको उस स्थिति को समझना है, उसका सामना करना है और फिर उसका हल ढूंढना है। यह किताब यही बताती है कि आप जिस तरह से किसी परेशानी को समझते हैं, उसी तरह आप उसे सुलझा सकते हैं।”
इट्स ओके में जया के अपने अनुभव, आध्यात्मिक बातें और बचपन में सुनी कहानियाँ भी शामिल हैं। वह कहती हैं, “मैंने जो कहानियाँ अपने माता-पिता और दादा-दादी से सुनीं, वे भी इसमें शामिल हैं। वही कहानियाँ मुझे आज तक प्रेरणा देती हैं।” जया बताती हैं कि लिखना उनके लिए आसान नहीं था, क्योंकि उन्हें कई बार शुरुआत से लिखना पड़ा। यह उनके लिए भावनात्मक और मानसिक रूप से थोड़ा मुश्किल था। लेकिन उन्होंने अपनी ही किताब की बातों को अपनाकर शांति पाई।
जब उनसे पूछा गया कि यह किताब किसके लिए है, तो वह कहती हैं, “जो भी अंदर से परेशान है, या भावनाओं से जूझ रहा है, उसके लिए यह किताब है। खासकर, यह किताब आज के युवाओं के लिए है, क्योंकि आज की पीढ़ी बहुत ज़्यादा सोच में डूबी हुई है। उन्हें रास्ता दिखाने के लिए मैंने यह किताब लिखी है।”
आखिर में वह कहती हैं, “जब लोग यह किताब पढ़ लें, तो मैं चाहती हूं कि उन्हें मन की शांति मिले और वे जीवन को बेहतर तरीके से समझ सकें। मैं चाहती हूं कि वे हर स्थिति का सामना कर सकें और दिल से कहें – इट्स ओके।”