Edited By Jyotsna Rawat, Updated: 15 Apr, 2024 03:19 PM
हम सभी एक ऐसी दुनिया में हैं, जहां परफेक्शंस को अक्सर आदर्श माना जाता है। ऐसे में, डॉली सिंह का कॉलगेट का चेहरा बनने का सफर यह साबित करता है कि इंपरफेक्शन ही हमें सबसे अलग बनाता है।
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। हम सभी एक ऐसी दुनिया में हैं, जहां परफेक्शंस को अक्सर आदर्श माना जाता है। ऐसे में, डॉली सिंह का कॉलगेट का चेहरा बनने का सफर यह साबित करता है कि इंपरफेक्शन ही हमें सबसे अलग बनाता है। नैनीताल के छोटे शहर से निकली एक लड़की, डॉली की कहानी में मेहनत, खुद को स्वीकार करने और अपने व्यक्तित्व को अपनाने की ताकत का सबूत छुपा हुआ है।
डॉली लीडिंग ओरल केयर ब्रांड कॉलगेट का चेहरा बनकर सामने आईं हैं, और वह इस तरह से दूसरों के लिए अपनी कमियों को अपनाने, खुद को प्रोसाहित करने का प्रतीक बनीं हैं। बता दें कि आज डॉली जिस ब्रांड का चेहरा हैं, उसे पहले कियारा आडवाणी, अनुष्का शर्मा, और सोनम कपूर ने भी एंडोर्स किया है।
डॉली का सफर खूबसूरती के स्टैंडर्ड पर सभी के नजरियों को बदल रहा है। बहुत लंबे समय से, हमारे समाज ने खूबसूरती को एक तंग नजरिए से देखा और उसे परिभाषित किया है, जिसमें हर बार परफेक्शन पर जोर दिया गया है। लेकिन, अब डॉली की कहानी ने खूबसूरती क्या होती है उसे फिर से परिभाषित करने का समय ला दिया है। उनकी हंसी आकर्षक है, और यह हमे इस बात की याद दिलाती है कि असली खूबसूरती बाहरी दिखावे में नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और अपने व्यक्तित्व में छुपी होती है।
डॉली ने अपने टैलेंट से फिल्म 'थैंक यू फॉर कमिंग' में एक दमदार परफॉर्मेंस देते हुए अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। उनकी एक कंटेंट से दूसरे में खुद को ढालने की काबिलियत के लिए भी उन्हें हर बार सराहा गया है। यह चीज करना बेहद मुश्किल है, लेकिन डॉली ने इसे बड़ी आसानी के कर दिखाया हैं।
कहा जाए तो, डॉली सिंह की कहानी उन सभी लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण है, जिन्होंने कभी अपनी खामियों की वजह से शर्मिंदगी महसूस हुई है। इस तरह से उनके कॉन्फिडेंस और उनमें मौजूद उत्साह ने एक पीढ़ी को अपने व्यक्तित्व को अपनाने के लिए प्रेरित किया है, और इसका सबसे बड़ा सबूत उनकी कॉलगेट के साथ की पार्टनरशिप है।
तो चलिए आगे बढ़ते हुए, हम अपनी खामियों का जश्न मनाएँ और खूबसूरती के मतलब को फिर से परिभाषित करते हुए डॉली की तरह मुस्कुराएँ।