Edited By Diksha Raghuwanshi, Updated: 06 Aug, 2023 12:08 PM
एक्टर ने कहा कि अगर कोई पिता अपने बच्चे के लिए कुछ करना चाहता है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
मुंबई। सनी देओल अपनी अपकमिंग ‘गदर 2’ की रिलीज का इंतजार कर रहें हैं। एक नए इंटरव्यू में जब सनी से नेपोटिस्म की बहस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह पूरी बहस निराश लोगों द्वारा फैलाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई पिता अपने बच्चे के लिए कुछ करना चाहता है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
इंटरव्यू में जब सनी से पूछा गया कि अगर उनके पिता धर्मेंद्र एक्टर नहीं होते तो वह क्या करते तो उन्होंने कहा, ''पता नहीं। जहां भी पापा होते जो कर रहे होते, मैं वहीं होता।” सनी देओल ने 1983 में रोमांटिक फिल्म ‘बेताब’ से डेब्यू किया था।
जब एक्टर से नेपोटिस्म की बहस पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया, तो उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि आप सब वो लोग असफल हैं जो निराश हैं। और ये नहीं समझता कि जो आदमी... अगर बाप अपने बेटे के लिए काम कर रहा है ना...कौन सा परिवार है जो नहीं करता? और जो अपने बेटे के लिए करना चाहता है, तो उसमें बुरा क्या है?”
“मेरे पिता मुझे अभिनेता बनाने के लिए राजी नहीं हो सके। मैं अपने बेटों को अभिनेता बनाने के बारे में नहीं सोच सकता... पापा इतने बड़े आइकन हैं और मैंने अपनी पहचान बनाई और मैं यहां हूं। मैं अपने पिता की तरह नहीं हूं, लेकिन हम काफी हद तक एक जैसे हैं।''
सनी देओल के बेटे करण देओल ने हाल ही में 18 जून को लॉन्गटाइम गर्लफ्रेंड द्रिशा आचार्य से शादी की। उन्होंने फिल्म ‘पल पल दिल के पास’ (2019) से एक एक्टिंग के रूप में अपनी शुरुआत की, जो बॉक्स ऑफिस पर असफल रही।
इस बीच ‘गदर 2’ का निर्देशन अनिल शर्मा ने किया है, और इसमें अमीषा पटेल और अनिल के बेटे उत्कर्ष शर्मा प्रमुख भूमिकाओं में हैं। उनकी 2001 की फिल्म गदर उस समय बॉलीवुड इतिहास में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक थी।