Edited By Mehak, Updated: 21 Mar, 2025 05:08 PM

बॉलीवुड में बहुत कम सेलेब्स होते हैं जो अपने रिश्तों के बारे में खुलकर बात करते हैं, खासकर तब जब उनके रिश्ते सफल नहीं रहे। लेकिन मनीषा कोइराला उन कुछ अभिनेत्रियों में से एक हैं, जो अपने निजी जीवन को लेकर बेबाक रही हैं। 90 के दशक की सबसे सफल और...
बाॅलीवुड तड़का : बॉलीवुड में बहुत कम सेलेब्स होते हैं जो अपने रिश्तों के बारे में खुलकर बात करते हैं, खासकर तब जब उनके रिश्ते सफल नहीं रहे। लेकिन मनीषा कोइराला उन कुछ अभिनेत्रियों में से एक हैं, जो अपने निजी जीवन को लेकर बेबाक रही हैं। 90 के दशक की सबसे सफल और खूबसूरत अभिनेत्रियों में से एक मनीषा ने शादी के बाद सिनेमा से दूरी बनाई, कैंसर से जूझी और अब एक दमदार कमबैक के साथ फिर से लोगों का दिल जीत लिया है।
इन फिल्मों से मिली पहचान
मनीषा कोइराला ने बॉलीवुड में अपनी पहचान सौदागर, 1942: ए लव स्टोरी, अकेले हम अकेले तुम, गुप्त, बॉम्बे और खामोशी जैसी शानदार फिल्मों से बनाई। हाल ही में उन्होंने अपनी जर्नी पर बात की और बताया कि कैंसर से लड़ते हुए उन्होंने रिश्तों के बारे में बहुत कुछ सीखा। मनीषा पहले ही अपनी असफल शादी के बारे में खुलकर बात कर चुकी हैं। उन्होंने बताया था कि वे सम्राट दहल से फेसबुक पर मिली थीं। 46 वर्षीय मनीषा ने 19 जून 2010 को नेपाली रीति-रिवाज से सम्राट से शादी की थी, लेकिन 2012 में उनका तलाक हो गया। उसी साल मनीषा को कैंसर का पता चला, जिसके इलाज के लिए वह न्यूयॉर्क गईं। 2015 में मनीषा ने घोषणा की कि वह कैंसर मुक्त हो चुकी हैं और अब अपने करियर की नई शुरुआत करने जा रही हैं।
कैंसर से जूझते हुए रिश्तों का एहसास
मनीषा ने एक इंटरव्यू में बताया कि कैंसर से उनका संघर्ष उन्हें रिश्तों के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें सिखा गया। उन्होंने कहा, 'बीमारी के दौरान, जिन दोस्तों पर मैं निर्भर थी, उनमें से कई ने मेरा साथ छोड़ दिया। केवल मेरे करीबी परिवार ने ही मुझे साथ दिया।' मनीषा ने यह भी बताया कि आर्थिक रूप से सुरक्षित होने के बावजूद उनके परिवार के लोग कैंसर के इलाज के दौरान उनसे मिलने नहीं आए। इस अनुभव ने उन्हें थेरेपी लेने के लिए प्रेरित किया, जो बहुत मददगार साबित हुई।

कैंसर से मिली सीख और अकेलापन
मनीषा ने कहा, 'यह एक यात्रा रही है, एक सीखने का अनुभव भी। मैंने सच में विश्वास किया था कि मेरे कई दोस्त हैं, लेकिन जब मैं दर्द में थी, तो किसी ने भी मेरा साथ नहीं दिया। मैं खुद को बहुत अकेला महसूस कर रही थी। मुझे एहसास हुआ कि मेरी क्लोज फैमिली ही मेरे साथ थी।' उन्होंने कहा, 'मेरे पास एक बहुत बड़ा परिवार है, लेकिन मेरे माता-पिता, भाई और भाई की पत्नी ही मेरे साथ थे। मुझे समझ में आया कि जब सब मुझे छोड़ देंगे, तो ये लोग ही मेरे साथ रहेंगे। मेरी प्राथमिकता हमेशा मेरी क्लोज फैमिली ही रहेगी, बाकी सब बाद में।'

कमबैक के बाद नई शुरुआत
मनीषा कोइराला ने पिछले साल सुपरहिट सीरीज हीरामंडी से ओटीटी की दुनिया में कदम रखा, और एक बार फिर साबित किया कि वह अभी भी एक बेहतरीन अदाकारा हैं।