Edited By suman prajapati, Updated: 26 Dec, 2024 10:10 AM
मनोरंजन जगत से आए दिन कोई न कोई बुरी खबर सामने आई रहती है। अब हाल ही में फिर एक दुखद खबर सामने आई है। मशहूर मलयालम लेखक और फिल्म निर्देशक एम. टी. वासुदेवन नायर का 91 साल की उम्र में निधन हो गया है। वासुदेवन को सांस लेने में दिक्कत थी, जिसके बाद...
मुंबई. मनोरंजन जगत से आए दिन कोई न कोई बुरी खबर सामने आई रहती है। अब हाल ही में फिर एक दुखद खबर सामने आई है। मशहूर मलयालम लेखक और फिल्म निर्देशक एम. टी. वासुदेवन नायर का 91 साल की उम्र में निधन हो गया है। वासुदेवन को सांस लेने में दिक्कत थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया और जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके निधन की खबर से सिनेमा जगत में शोक की लहर है।
निर्देशक एम. टी. वासुदेवन नायर को 15 दिसंबर को सांस लेने में परेशानी के बाद कोझिकोड के बेबी मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके इस दुनिया से चले जाने से सिनेमा जगत को क्षति हुई है।
पद्म भूषण से सम्मानित एम. टी. वासुदेवन नायर का मलयालम सिनेमा में अहम योगदान रहा है। उन्होंने कई मशहूर फिल्मों की कहानियां लिखीं, जिनमें ‘निर्माल्यम’, ‘पेरुंटाचन’ और ‘आमृतम गमया’ जैसी शानदार फिल्में शामिल है। उन्हें 1996 में ज्ञानपीठ और 2005 में पद्म भूषण जैसे बड़े पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। उनकी प्रसिद्ध रचनाओं में ‘नालुकेट’, ‘रंदामूज़म’, ‘वाराणसी’ और ‘स्पिरिट ऑफ डार्कनेस’ शामिल हैं।