Edited By suman prajapati, Updated: 30 Sep, 2024 12:24 PM
27 सितंबर को अबु धाबी में आईफा उत्सवम का आयोजन हुआ, जहां कन्नड़, तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े सितारों को उनके शानदार काम के लिए सम्मानित किया गया। इसमें बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड कातेरा डायरेक्टर थारून किशोर सुधीर को मिला। वहीं,...
बॉलीवुड तड़का टीम. 27 सितंबर को अबु धाबी में आईफा उत्सवम का आयोजन हुआ, जहां कन्नड़, तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े सितारों को उनके शानदार काम के लिए सम्मानित किया गया। इसमें बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड कातेरा डायरेक्टर थारून किशोर सुधीर को मिला। वहीं, आईफा उत्सवम में शामिल हुए हेमंत राव को कोई अवॉर्ड न मिलने पर वह खासा नराज है और उन्होंने एक लंबा चौड़ा पोस्ट शेयर कर IIFA पर निशाना साधा है।
अब हेमंत राव ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा, पूरा IIFA अनुभव बहुत बड़ी असुविधा और बेहद अपमानजनक था। मैं एक दशक से भी ज़्यादा समय से इस इंडस्ट्री में हूं और यह अवॉर्ड शो में मेरा पहला अनुभव नहीं था। हमेशा से ऐसा होता रहा है कि विजेताओं को विमान से लाया जाता है और इवेंट के लिए होस्ट किया जाता है। उदाहरण के लिए मैं सुबह 3 बजे तक बैठा रहा और फिर मुझे एहसास हुआ कि कोई अवॉर्ड नहीं है। मेरे म्यूजिक डायरेक्टर चरण राज के साथ भी यही हुआ।"
डायरेक्टर ने आगे लिखा, "यह आपका पुरस्कार है। आप इसे जिसे चाहें दे सकते हैं। यह आपकी पसंद है। मैंने बहुत सारे पुरस्कार नहीं जीते हैं और इस पर मेरी नींद भी नहीं उड़ी है, इसलिए ये अंगूर इतने खट्टे भी नहीं हैं। अगर सभी अन्य नॉमिनेटेड व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाता और उनमें से एक विजेता निकलता। तो मैं परेशान होने की जहमत नहीं उठाता। साथ ही इस साल का फॉर्मेट सिर्फ पुरस्कार देने का था। नॉमिनेटेड व्यक्तियों का जिक्र तक नहीं किया गया।"
इतना ही नहीं, हेमंत राव ने लिखा, "शायद आपको और आपकी टीम को यह एहसास होने में कुछ समय लग गया है। आपके पुरस्कार समारोह आपके मंच पर प्रस्तुत प्रतिभा पर चलते हैं, इसके विपरीत नहीं। दुनिया में सबसे बेहतरीन काम का आनंद लेने के लिए मुझे आपके पुरस्कार की जरूरत नहीं है। अगली बार आपको अपने मंच पर मेरी जरूरत होगी और मुझे यकीन है कि ऐसा होगा। अपना पुरस्कार लें और इसे ऐसी जगह रखें जहां सूरज न चमके।"
आखिर में हेमंत ने यह भी कहा कि उन्हें सुधीर के अवॉर्ड जीतने से कोई दिक्कत नहीं है। उनकी नाराजगी बस पारदर्शित न होने से है। साथ ही उन्होंने आईफा को समय की बर्बादी बताया।