Edited By Rahul Rana, Updated: 09 Dec, 2024 12:07 PM
दिलजीत दोसांझ ने इंदौर में अपने कॉन्सर्ट के दौरान टिकट ब्लैकिंग पर अपनी सफाई दी और मीडिया को जवाब देते हुए राहत इंदौरी का शेर सुनाया। उन्होंने इंडिपेंडेंट म्यूजिक के बढ़ते प्रभाव और भारतीय कलाकारों की सफलता पर भी अपने विचार साझा किए।
बाॅलीवुड तड़का : पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ इन दिनों भारत के अलग-अलग शहरों में अपने कॉन्सर्ट कर रहे हैं और दर्शकों का दिल जीत रहे हैं। अहमदाबाद, दिल्ली, गुरुग्राम, बेंगलुरु, लखनऊ, हैदराबाद जैसे शहरों में पहले ही परफॉर्म कर चुके दिलजीत अब इंदौर पहुंचे। 8 दिसंबर को इंदौर में उन्होंने अपने फैंस के साथ 'जय श्री महाकाल' का जयकारा लगाकर परफॉर्मेंस शुरू की।
टिकट के ब्लैक होने पर दिलजीत ने क्या कहा?
अब सोशल मीडिया पर दिलजीत का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह टिकट के ब्लैक होने के बारे में बात करते हुए नजर आ रहे हैं। दिलजीत ने कहा, 'लंबे समय से हमारे देश में मेरे खिलाफ ये बात चल रही है कि मेरे कॉन्सर्ट की टिकट ब्लैक हो रही हैं। लेकिन मेरा इसमें कोई कसूर नहीं है। अगर कोई व्यक्ति 10 रुपये की टिकट खरीदकर उसे 100 रुपये में बेचता है, तो इसमें कलाकार का क्या दोष है?'
उन्होंने आगे कहा, 'ये सब कुछ नया नहीं है। जब से भारत में सिनेमा शुरू हुआ है, तब से '10 का 20' का मामला चल रहा है। पहले सिंगर फिल्मों में पीछे गाते थे और एक्टर मुंह हिलाते थे, लेकिन अब सिंगर्स आगे आ गए हैं। यह बस एक बदलाव है।'
राहत इंदौरी का शेर सुनाया
'ये सब देखकर मुझे राहत इंदौरी जी का एक शेर याद आ गया, अगर चाहें तो सुनाऊं। यह प्रोग्राम आज उनके नाम है, क्योंकि उनका शहर है। और मीडिया वालों, जितने भी इल्जाम आप मुझ पर लगाना चाहते हैं, लगाइए, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे बदनामी का कोई डर नहीं है, न ही किसी तरह की चिंता है।'
इंडिपेंडेंट म्यूजिक का समय
दिलजीत ने आगे कहा कि उनके दो साथी, पंजाबी सिंगर करण औजला और एपी ढिल्लों ने भी अपना टूर शुरू किया है और वह उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। दिलजीत ने कहा, 'अब इंडिपेंडेंट म्यूजिक का समय आ गया है। जब भी कोई बदलाव आता है, तो मुसीबतें आती हैं। लेकिन हम अपना काम करते रहेंगे। जितने भी इंडिपेंडेंट आर्टिस्ट हैं, उन्हें डबल मेहनत करनी चाहिए।'
भारतीय कलाकारों का वक़्त
दिलजीत ने एक और अहम बात कही। उन्होंने कहा, 'पहले विदेशी कलाकार आते थे और उनकी टिकट लाखों में ब्लैक होती थीं, लेकिन अब भारतीय कलाकारों की टिकट ब्लैक हो रही हैं। यही है 'वोकल फॉर लोकल' का मतलब। यह मेरे देश का झंड़ा है। थैंक्यू ब्रदर, थैंक्यू।'