Edited By Smita Sharma, Updated: 13 Aug, 2025 11:00 AM

साल 1960 और 70 के दशक में कई हिन्दी फिल्मों में बहन और वफादार दोस्त की भूमिका निभाकर फेमस हुईं एक्ट्रेस नाजिमा अब हमारे बीच नहीं रहीं। नाजिमा का सोमवार को 77 की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने अपने जीवन के अंतिम वर्ष अपने दो बेटों के साथ दादर में...
मुंबई: साल 1960 और 70 के दशक में कई हिन्दी फिल्मों में बहन और वफादार दोस्त की भूमिका निभाकर फेमस हुईं एक्ट्रेस नाजिमा अब हमारे बीच नहीं रहीं। नाजिमा का सोमवार को 77 की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने अपने जीवन के अंतिम वर्ष अपने दो बेटों के साथ दादर में बिताए।
25 मार्च, 1948 को नासिक में मेहरुन्निसा के रूप में जन्मीं नाजिमा एक ऐसे परिवार से थीं जो सिनेमा से गहराई से जुड़ा था। उनकी मौसी हुस्न बानो की शादी फिल्म निर्माता अस्पी ईरानी से हुई थी।

नाजिमा ने फिल्मों में अपना सफर एक बाल कलाकार के रूप में बेबी चांद नाम से शुरू किया था। उनकी शुरुआती फिल्मों में से एक बिमल रॉय की क्लासिक फिल्म 'दो बीघा जमीन' थी, जहां उन्होंने बलराज साहनी की बहन का रोल किया था। वह 'देवदास' में युवा पारो की सहपाठी और 'बिराज बहू' में अभि भट्टाचार्य की बहन के रूप में भी नजर आईं। राज कपूर की बच्चों की फिल्म 'अब दिल्ली दूर नहीं' में भी दिखीं, जिसने उनके करियर को यादगार बनाया। उन्होंने 'आए दिन बहार के' में आशा पारेख की बहन का किरदार निभाया, जहां धर्मेंद्र का ध्यान खींचने के लिए उनका किरदार मजाकिया अंदाज में दो बार सीढ़ियों से गिर जाता है।