Edited By suman prajapati, Updated: 12 Oct, 2023 01:34 PM
एक्ट्रेस शहनाज गिल का चार्म इन दिनों शिखरों पर है। बिग बॉस से अपने करियर की सफल शुरुआत करने के बाद एक्ट्रेस ने बॉलीवुड में भी अपनी धाक जमा रही हैं। फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली दिवा इन दिनों फिल्म ‘थैंक यू फॉर...
बॉलीवुड तड़का टीम. एक्ट्रेस शहनाज गिल का चार्म इन दिनों शिखरों पर है। बिग बॉस से अपने करियर की सफल शुरुआत करने के बाद एक्ट्रेस ने बॉलीवुड में भी अपनी धाक जमा रही हैं। फिल्म ‘किसी का भाई किसी की जान’ से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली दिवा इन दिनों फिल्म ‘थैंक यू फॉर कमिंग’ में अपनी परफॉर्मेंस के लिए सुर्खियां बटोर रही है। कभी भोली भाली और देसी अंदाज में दिखने वाली शहनाज इस फिल्म में अपने बोल्ड लुक से सबके होश उड़ा रही हैं। इसी बीच एक्ट्रेस ने अपने देसी से सेक्सी ट्रांसफॉर्मेशन पर बात की है।
हाल ही में एक इंटरव्यू में शहनाज गिल ने फिल्मी करियर की शुरुआत के बाद अपने बदले हुए लुक को लेकर बात की और कहा, “लोगों के मन में मेरी एक खास इमेज है कि मैं एक खास तरह के कपड़े पहनती हूं। जब से मैं टूटी हूं, वे सदमे में हैं। उन्हें मेरे इस वर्जन का आदी होने में टाइम लगेगा। एक्स्पेक्ट करने में समय लगता है। उन्हें यह समझने में थोड़ा समय लग सकता है कि मैं सिर्फ देसी दिखने के अलावा भी कुछ कर सकती हूं।''
शहनाज ने कहा, “मेरे लिए यह जानना जरूरी है कि मेरे बारे में हर किसी की राय क्या है। मैं जानना चाहती हूं कि दुनिया मेरे बारे में क्या सोचती है और वे मुझे कैसे समझते हैं। इसलिए, मैं अपने सोशल मीडिया पर हर कमेंट पढ़ती हूं। यह मुझे प्रभावित नहीं करता लेकिन मुझे बहुत कुछ सिखाता है।'
एक्ट्रेस ने आगे कहा, इससे मुझे उनकी निगेटिविटी को और बढ़ाने के बारे में विचार लाने में मदद मिलती है। मुझे लोग जो कहते हैं उसके उल्टा काम करना पसंद है। मुझे रिस्क लेना पसंद है। अगर कोई रिस्क नहीं है, तो कोई मज़ा नहीं है। मैं चाहती हूं कि मेरी लाइफ दिलचस्प और रहस्य से भरी हो। जब भी मैं किसी को यह कहते हुए देखती हूं कि उन्हें मेरी कोई बात पसंद नहीं है, तो मैं बिल्कुल वैसा ही करना चाहती हूं।'
अपने बदले हुए लुक और इसके लिए हुई आलोचनाओं के बारे में बात करते हुए शहनाज ने कहा कि कैसे किसी के कपड़े उनके कैरेक्टर को आंकने का फैक्टर नहीं होने चाहिए। शहनाज ने कहा, “मैं लोगों को बताना चाहती हूं कि भले ही वे छोटे कपड़े पहनते हों, लेकिन अगर वे खुद को सुंदर ढंग से पहन सकते हैं तो उन्हें शर्मिंदा महसूस नहीं करना चाहिए। जो बात मायने रखती है वह है अपनी इनोसेंस बरकरार रखना। लोगों की धारणा है कि सूट पहनने वाली महिला का कैरेर्टर अच्छा होता है, लेकिन कपड़े हमारे चरित्र को आंकने या परखने का पैमाना नहीं होने चाहिए।''