Edited By Smita Sharma, Updated: 29 Mar, 2024 03:34 PM
मानो तो मैं गंगा मां हूं, ना मानो तो बहता पानी, जी हां यह कहावत यहा भी लागू होती है कि अगर भगवान के प्रति आस्था है तो पत्थर में भी भगवान नजर आते है। ऐसा ही कुछ उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर जिले के खुटार थाना क्षेत्र स्थित सुजानपुर गांव का रहने वाला...
मुंबई: मानो तो मैं गंगा मां हूं, ना मानो तो बहता पानी, जी हां यह कहावत यहा भी लागू होती है कि अगर भगवान के प्रति आस्था है तो पत्थर में भी भगवान नजर आते है। ऐसा ही कुछ उत्तरप्रदेश के शाहजहांपुर जिले के खुटार थाना क्षेत्र स्थित सुजानपुर गांव का रहने वाला रिंकू का मानना भी है।
रिंकू श्री कृष्ण के इतने बड़े भक्त है कि वह लड्डू गोपाल के गिरने पर उन्हें हाॅस्पिटल ले गए। जी हां.. लड्डू गोपाल की मूर्ति को 'चोट' लगने पर उन्हें एंबुलेंस से लेकर अस्पताल पहुंच गया। फूट-फूट कर रो रहे उस शख्स की श्रद्धा को देखकर डॉक्टरों ने लड्डू गोपाल का 'चिकित्सीय परीक्षण' और 'उपचार' किया। रिंकू मंगलवार की शाम सरकारी एंबुलेंस से लड्डू गोपाल की एक छोटी मूर्ति को लेकर स्थानीय सरकारी अस्पताल पहुंचा था। जहां उसने डॉक्टर को बताया कि, लड्डू गोपाल को नहलाते समय वह उसके हाथ से छूट गए जिससे उन्हें चोट लग गई।उसने अपील की कि डॉक्टर उनका फौरन इलाज करें।
खुटार के सरकारी अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर अंकित वर्मा ने बुधवार को मीडिया को बताया कि रिंकू मंगलवार शाम को 108 सेवा की एंबुलेंस से लड्डू गोपाल को लेकर खुटार के सरकारी अस्पताल पहुंचा था. इस दौरान फूट-फूट कर रो रहे रिंकू ने बताया कि वह शाम को लड्डू गोपाल को स्नान करा रहा था, तभी वह उसके हाथ से छूटकर गिर गए, जिससे उन्हें चोट लग गई।
उन्होंने बताया कि, रिंकू के भक्ति भाव को देखते हुए उसकी संतुष्टि के लिए चिकित्सकों ने लड्डू गोपाल की मूर्ति का 'चेकअप' किया और दवा लगाई. मगर रिंकू लड्डू गोपाल को अस्पताल में भर्ती करने की जिद करता रहा हालांकि, बाद में डॉक्टरों ने उसे समझाया कि लड्डू गोपाल अब बिल्कुल ठीक हैं करीब दो घंटे बाद लड्डू गोपाल को अस्पताल से 'छुट्टी' दे दी गई। वहीं रिंकू रोते हुए लड्डू गोपाल की मूर्ति को चूम रहा है और सीने से लगा रहा है।