Edited By suman prajapati, Updated: 10 Dec, 2025 01:40 PM

ग्लोबल एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म वाराणसी को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म के जरिए वह 7 साल बाद बॉलीवुड में वापसी करने जा रही हैं। इस फिल्म में वह महेश बाबू के साथ नजर आने वाली हैं, जिसका उनके फैंस को बेसब्री से इंतजार...
मुंबई. ग्लोबल एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म वाराणसी को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म के जरिए वह 7 साल बाद बॉलीवुड में वापसी करने जा रही हैं। इस फिल्म में वह महेश बाबू के साथ नजर आने वाली हैं, जिसका उनके फैंस को बेसब्री से इंतजार है। इसी बीच हाल ही में प्रियंका ने अबू धाबी में ब्रिज समिट के दौरान अपने सफर के बारे में खुलकर बात की और बताया कि फिल्मों में उनका सफर आसान नहीं था। आज उनके पास जो भी स्टारडम और सफलता है वो बहुत मेहनत और त्याग का फल है।
प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि जब वो 20 साल की उम्र की थीं और उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में काम करना शुरू ही किया था, तो वो हर तरह की फिल्में करती थीं। ‘देसी गर्ल’ कहती हैं कि उनके पास न कहने का कोई ऑप्शन नहीं होता था।
प्रियंका के मुताबिक, जब आप यंग होते हो तो आपको काम मिलना ही बहुत बड़ी बात होती है। ऐसे में उन्हें जो फिल्म ऑफर होती जाती थी, वो उसे साइन करती चली जाती थीं।

प्रियंका ने समिट में कहा- 20 साल की उम्र में मैं लालची थी और मैं बस काम के लिए भूखी थी। आज उनके पास काम चुनने की जो आजादी है, वह सालों की मेहनत और त्याग से मिली है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने अनुशासन और मेहनती स्वभाव को दिया। उनके मुताबिक- करियर की शुरुआत में उन्हें लगातार मेहनत करनी पड़ी क्योंकि उन्हें आसानी से मौके नहीं मिलते थे।
आगे सिंगर बेयॉन्से की बातें दोहराते एक्ट्रेस ने कहा- ‘बेयॉन्से ने कहा था और अब उनको कोट करने वाली हूं, ‘मुझे लगता है कि अब मैं अपनी कुर्बानियों के उस पार हूं। मैंने बहुत मेहनत की है। मैंने कई बर्थडे मिस किए हैं। जब मेरे पिता अस्पताल में थे, तब भी मैं उनके साथ नहीं रह पाई। मैंने कई क्रिसमस मिस किए, मैंने दिवाली मिस की। मैंने अपने परिवार के साथ समय बिताने का मौका भी खो दिया। उस वक्त मुझे इतनी मेहनत करनी जरूरी थी। 20 साल की उम्र में मुझे ये कुर्बानियां देनी पड़ीं, ताकि आज मैं वो जिंदगी जी सकूं जो मेरे पास है।
आखिर में प्रियंका कहती हैं कि आज उनके पास आजादी है कि वो किन चीजों को हां बोल सकती हैं। उन्हें ये आजादी सालों की मेहनत से मिली है। अगर वो तब उतनी मेहनत नहीं करतीं तो शायद आज उनके पास वो आजादी नहीं होती। इसलिए वो अपना शुक्रिया अदा करना चाहती हैं।