Edited By suman prajapati, Updated: 15 May, 2024 01:51 PM
फिल्म 'लापता लेडीज' में नजर आने के बाद से एक्ट्रेस नितांशी गोयल लगातार सुर्खियों में हैं। फिल्म में फूल का किरदार निभाकर एक्ट्रेस रातोंरात छा गई है। मूवी में 'फूल' बनकर उनहोंने अपनी मासूमियत से लोगों का खूब दिल जीता है। मगर, आज इंडस्ट्री ने खूब...
बॉलीवुड तड़का टीम. फिल्म 'लापता लेडीज' में नजर आने के बाद से एक्ट्रेस नितांशी गोयल लगातार सुर्खियों में हैं। फिल्म में 'फूल' का किरदार निभाकर एक्ट्रेस रातोंरात छा गई है। मूवी में 'फूल' बनकर उनहोंने अपनी मासूमियत से लोगों का खूब दिल जीता है। मगर, आज इंडस्ट्री ने खूब लाइमलाइट बटोरने वाली नितांशी के साथ एक समय बेहद बुरा बर्ताव हुआ था। हाल ही में एक्ट्रेस ने एक सीरीज की शूटिंग को लेकर बेहद ही चौंकाने वाला खुलासा किया है।
'लापता लेडीज' की नितांशी ने कहा कि बतौर चाइल्ड एक्टर उन्होंने 9 टीवी शोज में काम किया हुआ है। यहां उन्हें अलग-अलग डायरेक्टर्स के साथ काम करना पड़ता था। कई बार ये काफी थकावट भरा हो जाता था। इसके बाद जब मुझे किरण मैम (किरण राव) का प्रोजेक्ट मिला तो मैं सन्न रह गई। क्लाइमेक्स सीन में 300 लोग थे और मैं हैरान थीं कि कैसे वो इतनी शांत होकर सबकुछ कर रही हैं।
नितांशी ने कहा कि 300 लोग हैं क्राउड में और वो इंसान हर बंदे को जा जाकर बताएगी। कोई गलती कर देता तो पूरा शूट फिरसे करना पड़ता था। हमने उन्हें कभी भी फ्रस्टेट या फिर चिल्लाते हुए नहीं देखा था। एक अंकल थे, जो शूट में हमेशा कुछ न कुछ गड़बड़ कर देते थे मगर मैम उन्हें प्यार से समझाती थीं कि क्या करना है। वे किसी को भी प्रेशर नहीं देती थीं। उन्होंने एक बार हमसे भी बात की और बताया कि हमें शूट करने में कोई दिक्कत तो नहीं है। किरण मैम हर नए बंदे से उनके सुझाव पूछती हैं। मैंने समझा कि मैं ऐसे ही लोगों के साथ काम करना चाहूंगी।
एक पुराने किस्से को याद करते हुए नितांशी ने बताया कि उन्होंने जिन टीवी सीरियल्स में काम किया, हर एक बिल्कुल अलग था। एक बार जब उन्होंने किसी टीवी एक्ट्रेस को रिप्लेस किया था तो वो ऐसे सेट पर पहुंची ज्यादा पर ज्यादा लोग वेलकमिंग नहीं थे।
डायरेक्टर द्वारा की बदसलूकी को याद करते हुए नितांशी ने कहा कि एक टीवी शो के डायरेक्टर को मैं पसंद नहीं थी और ये मेरी परफॉर्मेंस की वजह से नहीं था। उन्होंने कहा कि जब एक दिन शूट चल रहा था तो अच्छा सीन करने के बावजूद भी डायरेक्टर बैठे बैठे उनपर चिल्लाने लगीं। डायरेक्टर ने उनके लिए गलत शब्द तक इस्तेमाल किये। ये सब सुनकर मेरी मां को अच्छा नहीं लगा। नितांशी ने बताया कि उनकी मां हर रोज सेट पर रोती थीं।