Edited By Rahul Rana, Updated: 15 Jul, 2025 05:03 PM

हाल ही में बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता कबीर बेदी ने अपनी और रेखा की सुपरहिट फिल्म ‘खून भरी मांग’ को लेकर कई अहम बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि उस वक्त यह फिल्म कोई भी बड़ा हीरो करने को तैयार नहीं था। लेकिन यह फिल्म ना सिर्फ सफल हुई, बल्कि...
बॉलीवुड डेस्क: हाल ही में बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता कबीर बेदी ने अपनी और रेखा की सुपरहिट फिल्म ‘खून भरी मांग’ को लेकर कई अहम बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि उस वक्त यह फिल्म कोई भी बड़ा हीरो करने को तैयार नहीं था। लेकिन यह फिल्म ना सिर्फ सफल हुई, बल्कि बॉलीवुड इतिहास में अपनी अलग पहचान बना गई।
रेखा की दमदार अदाकारी और फिल्म की सफलता
‘खून भरी मांग’ साल 1988 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में रेखा और कबीर बेदी की जोड़ी ने कमाल का प्रदर्शन किया था। फिल्म का बजट करीब डेढ़ करोड़ था, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसने 6 करोड़ से ज्यादा की कमाई की। रेखा को इस फिल्म के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड भी मिला। यह फिल्म आज भी दर्शकों के दिलों में खास जगह रखती है।
कबीर बेदी ने बताया – कैसे फिल्म के लिए चुने गए
कबीर ने बताया कि इस फिल्म के लिए कई बड़े कलाकारों ने मना कर दिया था क्योंकि फिल्म का हीरो विलेन वाला रोल था। कबीर ने एक इंटरव्यू में कहा कि राकेश रोशन ने उन्हें कॉल कर फिल्म का प्रस्ताव दिया। राकेश ने कहा कि फिल्म में हीरो विलेन दोनों रोल निभाने होंगे, इसलिए कोई भी बड़े सितारे इसमें काम नहीं करना चाहते थे। जब कबीर ने पूछा कि हीरोइन कौन है, तो राकेश ने ‘रेखा’ का नाम लिया। कबीर तुरंत फिल्म में जुड़ने के लिए तैयार हो गए क्योंकि रेखा के साथ काम करना उनके लिए सम्मान की बात थी।
रेखा की भूमिका फिल्म की आत्मा थी
कबीर ने कहा कि रेखा ने इस फिल्म को जीवन दिया। कहानी पूरी तरह से उनके किरदार के इर्द-गिर्द घूमती थी। वे फिल्म की आत्मा थीं और उनके दमदार अभिनय ने फिल्म को यादगार बना दिया। कबीर ने बताया कि फिल्म में उन्होंने हीरो और विलेन दोनों की भूमिका निभाई थी, जो दर्शकों के लिए एक नया अनुभव था।
कबीर की मेहनत और समर्पण
कबीर ने बताया कि उस वक्त वे एक टीवी सीरीज कर रहे थे, लेकिन उन्होंने अपने शेड्यूल में बदलाव कर ‘खून भरी मांग’ की शूटिंग पूरी की। उन्होंने राकेश रोशन की निर्देशकीय शैली की भी खूब तारीफ की और इसे दिल से बनाए गए प्रोजेक्ट के रूप में याद किया।
फिल्म का आज भी जादू बरकरार
‘खून भरी मांग’ ने दर्शकों के दिलों में ऐसी जगह बनाई कि आज भी कबीर से लोग मिलकर कहते हैं कि उन्होंने यह फिल्म कई बार देखी है। यह फिल्म भारतीय सिनेमा की उन कुछ फिल्मों में शामिल है जो अपनी कहानी, किरदार और अभिनय की वजह से सदाबहार बनी हुई हैं। यह कहानी न केवल एक फिल्म की सफलता की है, बल्कि उस दौर की चुनौतियों और कलाकारों के समर्पण का भी प्रतिबिंब है, जिसने ‘खून भरी मांग’ को एक क्लासिक फिल्म के रूप में स्थापित किया।