Edited By suman prajapati, Updated: 03 Jul, 2025 12:16 PM

. डायरेक्टर और सेंसर बोर्ड के पूर्व चीफ पहलाज निहलानी हाल ही में अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। पहलाज ने अपने हालिया बयान में उन एक्टर्स पर गुस्सा निकाला है, जो वैनिटी वैन की मांग करते हैं और मुंहमांगी फीस मांगते हैं। उन्होंने एक्टर्स के...
मुंबई. डायरेक्टर और सेंसर बोर्ड के पूर्व चीफ पहलाज निहलानी हाल ही में अपने एक बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। पहलाज ने अपने हालिया बयान में उन एक्टर्स पर गुस्सा निकाला है, जो वैनिटी वैन की मांग करते हैं और मुंहमांगी फीस मांगते हैं। उन्होंने एक्टर्स के बढ़ती फीस पर भी रिएक्ट किया। तो आइए विस्तार में जानते हैं पहलाज निहलानी ने अपने बयान में और क्या कहा..
पहलाज निहलानी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने सिर्फ प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स को ही कास्टिंग से संबंधित फैसले लेते देखा था। कभी एक्टर्स को कास्टिंग तय करते नहीं देखा। लेकिन अब वक्त बदल गया है। अब एक्टर्स न सिर्फ कास्ट बताते हैं कि किसे लेना है और किसे नहीं, बल्कि पसंद का डायरेक्टर भी चुनते हैं।
पहलाज निहलानी ने अक्षय कुमार का उदाहरण देते हुए कहा, 'पहले डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ही कास्टिंग करते थे और हीरो कास्टिंग में दखल नहीं देते थे। मेरे साथ कास्टिंग में दखल देने वाले पहले एक्टर अक्षय कुमार थे, जिन्होंने 2002 में 'तलाश' में काम किया था। उन्होंने मुझसे कहा कि हम कल ही फिल्म शुरू कर सकते हैं, और आप मुझे जो भी रकम देना चाहें दे सकते हैं, लेकिन इस फिल्म की हीरोइन करीना कपूर होंगी। यह उस समय की सबसे महंगी फिल्मों में से एक थी। इसे 22 करोड़ रुपये में बनाया गया था। यह मेरे करियर में पहली बार था जब किसी एक्टर ने किसी खास कास्ट की मांग की थी।'
पहलाज निहलानी ने एक्टर्स की बढ़ते खर्च पर भी बात करते हुए कहा कि आज का वर्क कल्चर बेवजह की मांगों और वैनिटी से भर गया है। जहां एक व्यक्ति काम करता था, वहां अब 10 लोग काम कर रहे हैं। पहले एक वैनिटी वैन होती थी, लेकिन अब एक्टर छह वैनिटी वैन की मांग करते हैं- एक एक्सरसाइज़ के लिए, एक किचन के लिए, एक मीटिंग के लिए। शर्म आनी चाहिए उन एक्टर्स को 6 वैनिटी वैन मांगते हैं।'
डायरेक्टर आगे बोले, 'पहले सिर्फ मेकअप मैन एक्टर्स के साथ जाता था। अब वो अलग से हेयर ड्रेसर और सिर्फ शीशा दिखाने के लिए एक व्यक्ति की मांग करते हैं। वो बिना किसी काम के 1.5 लाख रुपये का बिल थमा देते हैं। पहले वे घर का बना खाना लाते थे, लेकिन अब उन्हें डाइट फूड चाहिए। उन्हें रात में ड्रग्स चाहिए और सुबह डाइट फूड।'