Edited By Varsha Yadav, Updated: 05 Jul, 2023 02:54 PM
हुमा कुरैशी की अपकमिंग बायोपिक 'तरला' जल्द ही रिलीज होने वाली है। यह फिल्म मशहूर शेफ तरला दलाल के जीवन पर आधारित है। दुनियाभर में अपनी कुकिंग का जादू चलाने वाली तरला दलाल के बारे में आज हम आपको सारी जानकारी देने जा रहे हैं।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। हुमा कुरैशी की फिल्म 'तरला' जब से सुर्खियों में आई है,तभी से लोग इस बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करना चाहते हैं। बता दें कि हमारे देश की पहली महिला शेफ तरला दलाल हैं। इन पर जल्द ही एक बायोपिक आने वाली है जिसका नाम है 'तरला'। इस फिल्म के ट्रेलर को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। दुनियाभर में अपनी कुकिंग का जादू चलाने वाली तरला दलाल के बारे में आज हम आपको सारी जानकारी देने जा रहे हैं।
तरला दलाल ने ऐसे चलाया कुकिंग का जादू
तरला दलाल भारत की सबसे पॉपुलर शेफ थीं। कुकिंग के साथ उनकी दिलचस्पी फूड राइटिंग भी थी। उन्होंने खाने की अलग-अलग रेसिपी के साथ कुकिंग पर 100 से ज्यादा किताबें लिखी हैं। इसके साथ ही वह कई कुकिंग शोज का भी हिस्सा रह चुकी हैं। खाने में उनका मन इतना लगता था कि तरला इंडियन फूड की सबसे बड़ी बेवसाइट को भी हैंडल करती थीं। यहां तक कि वह मशहूर फूड मैगजीन 'कुकिंग एण्ड मोर' को भी चलाती थीं।
बचपन से ही खाने की शौकीन थी तरला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र में जन्मी तरला दलाल को बचपन से ही खाने बनाने में काफी दिलचस्पी हुआ करती थी। इसीलिए बचपन में ही उन्होंने अपनी मां का हाथ बटाना भी शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे उनका यह शौक बढ़ता चला गया। साल 1956 में तरला दलाल ने अर्थशास्त्र से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। इसके चार साल बाद उनकी शादी अमेरिका में रहने वाले नलिन दलाल से हो गई, जो पेशे से केमिकल इंजिनियर थे।
घर पर शुरू की कुकिंग क्लासेस
इसके बाद तरला भी अमेरिका चली गईं लेकिन यहां जाकर उन्हें खाना बनाने में काफी मुश्किल होने लगी। हालांकि नलिन ने उन्हें मोटिवेट किया। इसके बाद तरला खाने से संबंधित किताबें पढ़ने लगी और घर में खाने के साथ अलग-अलग एक्सपेरिमेंट करने लगी। धीरे-धीरे वह इसमें पूरी तरह से परफेक्ट हो गईं। समय के साथ तरला के हाथों का स्वाद लोगों की जुबां पर चढ़ने लगा। बच्चे हों या जवान हर किसी को उनकी डिशेज काफी अच्छी लगने लगी। साल 1966 में तरला ने अपने घर पर ही कुकिंग क्लासेस देना भी शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने कुकिंग के साथ जुड़े अपने इमोशन और डिशेज के बारे में भी लिखना भी शुरू कर दिया। उन्होंने अपने कुकिंग शो भी शुरु किए, जिसे विदेशों में भी बेशुमार प्यार मिला।
हार्ट अटैक से गई जान
साल 2007 में तरला को फूड के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने के लिए पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया। आपको सुनकर हैरानी होगी कि खाने के क्षेत्र यह उपाधि पाने वाली तरला पहली भारतीय थीं। तरला दलाल फिर अपने पूरे परिवार के साथ मुबंई आ गई। यहां भी उन्होंने कई शो होस्ट किए।
6 नवंबर 2013 को तरला दलाल का हार्ट अटैक से निधन हो गया और वह इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह गईं। तरला दलाल के जीवन पर आधारित बायोपिक फिल्म 'तरला' 7 जुलाई को ओटीटी पर रिलीज होने वाली है, जिसमें आप उनकी लाइफ को और अच्छे से समझ पाएंगे। इस फिल्म में हुमा कुरैशी मुख्य भूमिका में नजर आ रही है।