Edited By Jyotsna Rawat, Updated: 27 May, 2025 04:08 PM

2025 की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक “चरक” ने अपनी अनाउंसमेंट से ही दर्शकों के बीच जबरदस्त उत्सुकता बना रखी है।
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। 2025 की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक “चरक” ने अपनी अनाउंसमेंट से ही दर्शकों के बीच जबरदस्त उत्सुकता बना रखी है। बोल्ड थीम और दमदार कहानी के लिए चर्चा में रही इस फिल्म से द केरला स्टोरी जैसे हार्डहिटिंग सब्जेक्ट देने वाले सुदीप्तो सेन ने बतौर प्रोड्यूसर डेब्यू किया है, अपने बैनर सिपिंग टी सिनेमास के तहत।
फोल्कलोर हॉरर मिस्ट्री थ्रिलर के तौर पर बनी ये फिल्म एकदम अलग हटकर है, और इसका जादू इंटरनेशनल लेवल पर भी देखने को मिल रहा है। इस साल की शुरुआत में बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में जहां फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था, वहीं अब का 2025 की स्पेशल स्क्रीनिंग में भी इसने सभी को बेहद इम्प्रेस किया है।
कान्स 2025 में जब चरक की स्क्रीनिंग एक खचाखच भरे ऑडिटोरियम में हुई, तो माहौल देखने लायक था। फिल्म को वहां मिले रिएक्शन्स जबरदस्त पॉज़िटिव रहे। क्रिटिक्स ने फिल्म की जमकर तारीफ की और इसे निर्देशक की एक शानदार सोच और विजन बताया। सुदीप्तो सेन को लेकर कुछ समीक्षकों ने यहां तक कह दिया कि वो आज के समय में भारत के सबसे प्रॉमिसिंग फिल्ममेकर्स में से एक हैं।
चरक को कान्स 2025 में मिले शानदार रिस्पॉन्स को लेकर निर्देशक सुदीप्तो सेन ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, "चरक को कान्स में इतना बेहतरीन रिस्पॉन्स मिलता देख मैं बेहद खुश हूं। यह हमारी भारतीय संस्कृति की जीत है, जो पूरी दुनिया को हमारी माइथोलॉजी की ताकत और अहमियत दिखाती है। कान्स में मिले इस प्यार ने फिल्म की सोच और कहानी को और भी मज़बूती दी है। मैं जूरी और दर्शकों का तहेदिल से धन्यवाद करता हूं।"
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इसके अलावा, चरक की कहानी एक बेहद गहरी और रहस्यमयी परंपरा चरक पूजा पर आधारित है, जो बंगाल, बिहार और ओडिशा के कुछ हिस्सों में मनाई जाती है। फिल्म यह दिखाती है कि कैसे भक्ति के नाम पर किए गए कुछ अंधभक्ति भरे कर्म कई बार इंसानियत की हदों को पार कर जाते हैं और अंधकार की ओर बढ़ने लगते हैं।
‘फोक कहानियों पर बनी डरावनी फिल्मों’ को अलग नजरिए से दिखाते हुए चरक एक ऐसी बात कहने की कोशिश कर रही है जो हमारे समाज से जुड़ी है, जहां आंधी चली हुई परंपराएं, आंख बंद कर मान लिया गया भरोसा और चुप रहना कई बार भारी पड़ जाता है। ये फिल्म बताती है कि कैसे कुछ रीति-रिवाज इंसानियत की हद को पार कर जाते हैं। कंतारा और चरक जैसी जड़ से जुड़ी कहानियां आज सिर्फ अपने इलाके में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में पसंद की जा रही हैं।
फिल्म चरक को बनाया है सुदीप्तो सेन ने, जो इस बार प्रोड्यूसर की भूमिका में हैं। इसका डायरेक्शन शीलादित्य मौलिक ने किया है और संजय हलदर ने कहानी लिखी है। ये फिल्म सिपिंग टी सिनेमा और सुदीप्तो सेन प्रोडक्शन के बैनर तले तैयार हुई है।