Edited By Smita Sharma, Updated: 11 Apr, 2025 03:08 PM

इमरान हाशमी का नाम आते ही सबसे पहले 'सीरियल किसर' वाली छवि याद आती है लेकिन पर्दे से हटकर उनकी जिदगी एक जिम्मेदार पिता और मजबूत इंसान की है। साल 2014 में उनके बेटे अयान को जब कैंसर हुआ था तब उनका पूरा परिवार टूट गया था। उस वक्त अयान सिर्फ तीन साल और...
'बेटे के कैंसर से पलभर में उजड़ गई थी हंसती खेलती दुनिया' पॉडकास्ट में छलका इमरान हाशमी का दर्द
मुंबई: इमरान हाशमी का नाम आते ही सबसे पहले 'सीरियल किसर' वाली छवि याद आती है लेकिन पर्दे से हटकर उनकी जिदगी एक जिम्मेदार पिता और मजबूत इंसान की है। साल 2014 में उनके बेटे अयान को जब कैंसर हुआ था तब उनका पूरा परिवार टूट गया था। उस वक्त अयान सिर्फ तीन साल और दस महीने का था। अब उस समय को याद कर एक्टर का दर्द छलका।
यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया के पॉडकास्ट ‘द रणवीर शो’ में इमरान हाशमी से पूछा गया कि उनकी जिदंगी का सबसे मुश्किल समय कौन सा था। इस पर इमरान ने बिना झिझके बेटे की बीमारी के बारे में बात की। एक्टर ने बताया-'जनवरी 2014 की बात है। हम ताज लैंड्स एंड होटल में ब्रंच कर रहे थे। तभी अयान ने अपनी मां से कहा कि वह ठीक महसूस नहीं कर रहा और कमरे में चलना चाहता है। उसके पेशाब में खून आ रहा था। उस पल से हमारा हंसता-खेलता दिन बुरे सपने में बदल गया।तीन घंटे के अंदर वे डॉक्टर के पास पहुंचे और रिपोर्ट्स से पता चला कि अयान को कैंसर है। अगले ही दिन उसका ऑपरेशन करना पड़ा और फिर कीमोथेरेपी का लंबा इलाज शुरू हुआ।

एक्टर ने कहा-'हमारे परिवार में कभी किसी को ऐसी बीमारी नहीं हुई थी इसलिए हम मानसिक रूप से इसके लिए बिल्कुल तैयार नहीं थे। मेरे करियर का वो अच्छा दौर चल रहा था, शादी हो चुकी थी, बच्चा हुआ था और सब कुछ सही लग रहा था लेकिन एक दिन में सब बदल गया।'

जब इमरान से पूछा गया कि क्या अब उनके बेटे को उस दौर की बातें याद हैं। एक्टर ने कहा-'अब उसकी उम्र पंद्रह साल है लेकिन उसे ज्यादा कुछ याद नहीं है क्योंकि वह बहुत छोटा था हालांकि, कुछ बातें उसके सबकॉन्शियस माइंड में जरूर होंगी।'

इस अनुभव को इमरान ने एक किताब में भी लिखा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने ये किताब इसलिए लिखी ताकि दूसरे माता-पिता और कैंसर से जूझ रहे लोगों की मदद हो सके। उन्होंने कहा- 'मैंने जो झेला, वो दर्दनाक था। शायद मेरा बेटा भी इस किताब को एक दिन पढ़े, लेकिन अभी नहीं। मेरे लिए भी इसे पढ़ना बहुत मुश्किल है।'