Edited By suman prajapati, Updated: 19 Mar, 2025 04:30 PM

बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर अनुराग कश्यप पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में हैं। डायरेक्टर ने हाल ही में बॉलीवुड से तंग आकर मुंबई छोड़ दिया था। वहीं, अब उन्होंने नेटफ्लिक्स इंडिया के काम करने के तरीके पर बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय...
मुंबई. बॉलीवुड के जाने-माने डायरेक्टर अनुराग कश्यप पिछले कुछ दिनों से काफी चर्चा में हैं। डायरेक्टर ने हाल ही में बॉलीवुड से तंग आकर मुंबई छोड़ दिया था। वहीं, अब उन्होंने नेटफ्लिक्स इंडिया के काम करने के तरीके पर बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार के लिए कंटेंट सिलेक्ट करने में ओटीटी प्लेटफॉर्म दोगलापन दिखा रहा है।
अनुराग ने ब्रिटिश वेब सीरीज एडोलसेंस (Adolescence) की तारीफ करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की और बताया कि भारतीय फिल्ममेकर्स को इतनी आजादी क्यों नहीं दी जाती।
अनुराग कश्यप ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में एडोलसेंस को लेकर लिखा कि वो इसे देखकर हैरान रह गए हैं और उन्हें इस शो से जलन हो रही है। उन्होंने शो के बाल कलाकार ओवेन कूपर और एक्टर स्टीफन ग्राहम की शानदार परफॉर्मेंस की तारीफ की।
अनुराग ने कहा कि शो के हर एपिसोड को एक ही टेक में शूट किया गया है, जिससे पता चलता है कि इसमें कितनी मेहनत लगी होगी।

पोस्ट के कमेंट सेक्शन में अनुराग ने नेटफ्लिक्स के सीईओ टेड सरांडोस और चीफ कंटेंट ऑफिसर बेला बजरिया पर जमकर निशाना साधा और नेटफ्लिक्स इंडिया को बेतुके फैसले लेने वाला प्लेटफॉर्म बताया। अनुराग ने लिखा कि अगर एडोलसेंस जैसी कोई कहानी भारत में नेटफ्लिक्स को ऑफर की जाती, तो वो इसे नकार देते या फिर इसे एक 90 मिनट की फिल्म में तब्दील कर देते। उन्होंने कहा कि नेटफ्लिक्स इंडिया के अपल लेवल के लोगों के पास न तो हिम्मत है और न ही विजन, जिससे अच्छे कंटेंट को पहचान सकें।
अनुराग कश्यप ने नेटफ्लिक्स के साथ अपने अनुभवों को शेयर करते हुए बताया कि सैक्रेड गेम्स के बाद उनके साथ दो बार बेहद खराब बर्ताव किया गया। उन्होंने कहा कि नेटफ्लिक्स इंडिया की टीम में बार-बार बदलाव होते रहते हैं और वहां की कार्यशैली बहुत अजीब और अव्यवस्थित है। निर्देशक ने ये भी कहा कि इस प्लेटफॉर्म का एक मात्र उद्देश्य सिर्फ सब्सक्राइबर बढ़ाना रह गया है।
अनुराग ने नेटफ्लिक्स के दोहरे रवैये की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि नेटफ्लिक्स की वैश्विक टीम बोल्ड और दमदार कंटेंट को प्रमोट करती है, लेकिन जब बात भारतीय बाजार की आती है तो वो सुरक्षित और सतही प्रोजेक्ट्स को तरजीह देते हैं।