Edited By suman prajapati, Updated: 07 Mar, 2025 11:12 AM

टॉप फिल्ममेकर्स में शुमार अनुराग कश्यप अब फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने मुंबई छोड़ दिया है। 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'देव डी' जैसी फिल्में बनाने वाले अनुराग कश्यप कहना था कि फिल्म इंडस्ट्री अब टॉक्सिक बन गई है। अब हर कोई 500 करोड़ या...
मुंबई. टॉप फिल्ममेकर्स में शुमार अनुराग कश्यप अब फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने मुंबई छोड़ दिया है। 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'देव डी' जैसी फिल्में बनाने वाले अनुराग कश्यप कहना था कि फिल्म इंडस्ट्री अब टॉक्सिक बन गई है। अब हर कोई 500 करोड़ या 800 करोड़ की फिल्म बनाने के पीछे भाग रहा है। इसी बीच, अब सुभाष घई ने बॉलीवुड के बारे में अपनी राय शेयर की है और बताया कि आज बॉलीवुड क्यों ऐसा होता जा रहा है।
सुभाष घई ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर बॉलीवुड के हालातों को लेकर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने साफ तौर से कहा कि बॉलीवुड आज ब्लीड कर रहा है। सुभाष घई ने कहा, ‘आजकल लोग थिएटर में जाकर फिल्म देखने से कतराते हैं क्योंकि फिल्में बहुत महंगी हो गई हैं। इससे फिल्म प्रेमियों का सिनेमाघरों से जुड़ाव खत्म हो गया है और इस कारण फिल्म इंडस्ट्री को भारी नुकसान हो रहा है।’
इस मामले को लेकर सुभाष घई ने सुझाव देते हुए कहा कि बॉलीवुड और राज्य सरकारों को मिलकर एक ऐसा योजना बनानी चाहिए, जिसमें सिनेमाघरों के टिकटों का 30% हिस्सा किफायती दाम पर उपलब्ध हो। उन्होंने उदाहरण के तौर पर तमिलनाडु की राज्य सरकार की योजना का जिक्र किया, जहां सस्ते टिकटों के जरिए ज्यादा लोगों को सिनेमाघरों में लाने की कोशिश की गई।
इसके अलावा सुभाष घई ने लेखकों और निर्देशकों के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘लेखक और निर्देशक ही फिल्म के वास्तुकार होते हैं, जबकि बाकी लोग सिर्फ शिल्पकार होते हैं। ये तकनीकी शिल्प नहीं बल्कि रचनात्मक शिल्प है, जो फिल्म को असली रूप में जीवित करता है।’