Edited By Mehak, Updated: 10 Jan, 2025 12:11 PM
कंगना रनौत ने अपनी फिल्म 'Emergency' के अनुभवों के बाद यह फैसला लिया है कि वे अब कभी भी राजनीतिक फिल्म नहीं बनाएंगी, क्योंकि इसे बनाना बहुत कठिन और तनावपूर्ण होता है। उन्होंने इस दौरान अपने संघर्ष और गुस्से के बारे में भी बताया, जिसमें परिवार खासकर...
बाॅलीवुड तड़का : कंगना रनौत की फिल्म Emergency उनके निर्देशन में बनी दूसरी फिल्म है, और इस बार भी उन्हें कई विवादों का सामना करना पड़ा। इस फिल्म की रिलीज़ सितंबर 2024 में होने वाली थी, लेकिन सेंसर बोर्ड (CBFC) ने फिल्म को प्रमाणन (सर्टिफिकेशन) की आवश्यकताओं को पूरा नहीं करने के कारण रोक दिया था और कुछ कट्स की मांग की थी। इसके अलावा, पंजाब की शिरोमणी अकाली दल ने सेंसर बोर्ड को एक कानूनी नोटिस भेजकर फिल्म की रिलीज़ को रोकने की मांग की, यह कहते हुए कि फिल्म 'साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न कर सकती है' और 'गलत जानकारी, नफरत और सामाजिक विद्वेष फैला सकती है।'
अब, एक खास बातचीत में कंगना ने इस पूरे मामले को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि इस पूरे अनुभव से उन्हें एक महत्वपूर्ण सीख मिली है। 'मैं अब कभी भी राजनीतिक फिल्म नहीं बनाऊंगी। मुझे इसमें कोई प्रेरणा नहीं मिलती। इसे बनाना बहुत कठिन है। अब मुझे समझ में आता है कि क्यों बहुत कम लोग ऐसी फिल्में बनाते हैं, खासकर असली जीवन के किरदारों पर। मैं यह कह सकती हूं कि अनुपम जी ने The Accidental Prime Minister में मनमोहन सिंह के रूप में शानदार काम किया। वह उनकी बेहतरीन परफॉर्मेंस में से एक है, लेकिन अगर मुझसे पूछें, तो मैं इसे फिर कभी नहीं करूंगी', कंगना ने कहा।
फिल्म बनाने के दौरान जो संघर्ष कंगना ने झेले, उनके बारे में भी उन्होंने बात की। कंगना ने कहा, 'मैंने कभी भी इस सेट पर अपना आपा नहीं खोया। अगर आप निर्माता हैं, तो आप किस पर गुस्सा करेंगे? (हंसी) डायरेक्टर होने के नाते, आप निर्माता से लड़ सकते हैं, लेकिन अगर आप दोनों भूमिका निभा रहे हैं, तो आप किससे लड़ेंगे? मैं चिल्ला कर कहना चाहती थी कि मुझे और पैसे चाहिए और मैं खुश नहीं हूं। पर मैं कहा जाके रोती? किसको क्या बोलती?'
कंगना ने यह भी बताया कि उनके दिल में बहुत गुस्सा और निराशा थी। 'हम महामारी के दौरान शूटिंग कर रहे थे। मेरे पास अंतरराष्ट्रीय क्रू था और वे बहुत सख्त थे। उनके कड़े अनुबंध थे और उन्हें हर हफ्ते के अंत में भुगतान चाहिए था। क्योंकि वे मेरी फिल्म के लिए लॉक थे, मुझे उन्हें भुगतान करना पड़ रहा था, भले ही शूटिंग नहीं हो रही थी। फिर असम बाढ़ भी आई। मुझे बहुत सारी समस्याएं झेलनी पड़ीं। मैं इस फिल्म को बनाने के लिए संघर्ष कर रही थी। मुझे बहुत ही बेबस महसूस होता था। मुझे बहुत गुस्सा आता था, लेकिन उस गुस्से को मैं किसे दिखाती? मेरे पास कोई नहीं था', कंगना ने बताया।
हालांकि, कंगना ने यह भी स्वीकार किया कि इस दौरान उनका परिवार – और खासकर उनकी बहन रंगोली चंदेल – उनके गुस्से और निराशा का शिकार बने। कंगना ने कहा, 'जब आपके पास मेरे जैसे तनावपूर्ण काम होते हैं, तो आप परिवार को भी गलत तरीके से ले लेते हैं। कोई तो होना चाहिए जिससे आप अपनी बात कह सकें। कभी-कभी तो मैं उनसे बात भी नहीं करती थी। मुझे लगता है कि घर जाने और किसी से बात नहीं करने का अपना एक बड़ा privilage होता है। यह एक बहुत बड़ा सौभाग्य है कि आपके पास ऐसा परिवार हो जिसके साथ आप खुद को सहज महसूस कर सकें।'