आमिर खान की फिल्म ‘3 इडियट्स’ से चर्चा में आए लद्दाख के स्कूल को CBSE से मान्यता मिली

Edited By suman prajapati, Updated: 28 Apr, 2025 12:01 PM

aamir khan s film  3 idiots school in ladakh got recognition from cbse

लद्दाख की पहाड़ियों में स्थित और फिल्म ‘3 इडियट्स’ के बाद ‘रैंचो स्कूल’ के नाम से मशहूर हुए ड्रुक पद्मा कार्पो स्कूल को आखिरकार दो दशक से भी अधिक लंबे इंतजार के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से मान्यता मिल गई है। साल 2009 में आमिर खान की...

मुंबई. लद्दाख की पहाड़ियों में स्थित और फिल्म ‘3 इडियट्स’ के बाद ‘रैंचो स्कूल’ के नाम से मशहूर हुए ड्रुक पद्मा कार्पो स्कूल को आखिरकार दो दशक से भी अधिक लंबे इंतजार के बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से मान्यता मिल गई है। साल 2009 में आमिर खान की इस फिल्म से राष्ट्रीय पहचान पाने वाले इस स्कूल ने अब तक जम्मू-कश्मीर बोर्ड (JKBOSE) से संबद्धता बनाए रखी थी। हालांकि, अब यह स्कूल सीबीएसई बोर्ड के तहत अपनी पहली कक्षा 10 की बैच परीक्षा का परिणाम पाने की प्रतीक्षा कर रहा है।   


नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में पारंपरिक ‘‘रटंत शिक्षा'' से हटकर नवीन शिक्षण तरीकों से पढ़ाई पर जोर देने के लिए सुधारों का प्रस्ताव किए जाने से बहुत पहले ही अपने नवीन शिक्षण तरीकों के लिए मशहूर यह स्कूल अब कक्षा 12 तक विस्तार करने की योजना बना रहा है। 


स्कूल की प्रिंसीपल मिंगुर आंगमो ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘कई वर्षों की देरी के बाद हमें आखिरकार सीबीएसई से मान्यता मिल गई है और कक्षा 10 के हमारे पहले बैच के छात्र अब अपने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा परिणामों का इंतजार कर रहे हैं।''


उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास सभी आवश्यक बुनियादी ढांचा, उत्कृष्ट परिणाम रिकॉर्ड और शिक्षण एवं सीखने के अभिनव तरीके होने के बावजूद इन वर्षों में कई प्रयासों के बाद भी हमें जेकेबीओएसई से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं मिली।'' 
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के संबद्धता मानदंडों के अनुसार, स्कूलों को संबंधित राज्य बोर्ड से ‘अनापत्ति प्रमाण पत्र' की आवश्यकता होती है। लद्दाख को केंद्र-शासित प्रदेश का दर्जा मिलने से पहले से ही स्कूल मंजूरी पाने की कोशिश कर रहा था। 
आंगमो ने कहा, ‘‘बुनियादी ढांचे का पहले से ही विस्तार किया जा रहा है और हम 2028 तक कक्षा 11 और 12 शुरू करने की योजना बना रहे हैं। हम अपने शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण भी आयोजित कर रहे हैं, ताकि छात्रों को सीबीएसई पाठ्यक्रम के हिसाब से पढ़ाने में सुविधा हो सके। हमारे पढ़ाने के तरीके पारंपरिक कक्षा शिक्षण से अलग थे और सीबीएसई ने एनईपी के बाद अपनी शिक्षा पद्धति में भी सुधार किया है, इसलिए हमारे लिए दोनों को मिलाना आसान होगा।'

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

Punjab Kings

Teams will be announced at the toss

img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!