Edited By Mehak, Updated: 03 Jan, 2025 03:29 PM
उपासना सिंह ने हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना का खुलासा किया, जिसमें एक साउथ फिल्म डायरेक्टर ने उन्हें अनिल कपूर के साथ फिल्म के लिए होटल में मिलने के लिए बुलाया और पूछा, "बैठक का मतलब समझी?" इस घटना ने उन्हें गहरे मानसिक आघात में डाल दिया। उपासना...
बाॅलीवुड तड़का : एक्ट्रेस उपासना सिंह, जो फिल्मों जुड़वा, मैं प्रेम की दीवानी हूं और कॉमेडी नाइट्स विद कपिल जैसे शो में अपनी भूमिकाओं के लिए जानी जाती हैं, ने हाल ही में अपने करियर के एक बेहद मुश्किल अनुभव को शेयर किया। उन्होंने बताया कि एक साउथ फिल्म के डायरेक्टर ने उन्हें एक होटल में बुलाया था, यह कहकर कि वहां एक मीटिंग होनी है, लेकिन वह मुलाकात बहुत असहज और दर्दनाक साबित हुई। इस घटना ने उन पर गहरा प्रभाव डाला और इसके बाद उन्होंने सात दिन तक कमरे में बंद रहकर अपना समय बिताया।
एक बातचीत में उपासना ने उस घटना को याद करते हुए कहा, 'एक बड़े साउथ फिल्म डायरेक्टर ने मेरी अनिल कपूर के साथ फिल्म साइन की थी। मैं हमेशा अपनी मां या बहन को साथ लेकर डायरेक्टर के ऑफिस जाती थी। एक दिन उन्होंने मुझसे पूछा, 'तुम हमेशा उनके साथ क्यों आती हो?' फिर उन्होंने मुझे रात 11:30 बजे होटल बुलाया और कहा कि 'sitting' करनी है। मैंने मना किया और कहा कि मैं अगले दिन स्टोरी सुन लूंगी क्योंकि मेरे पास होटल तक जाने का साधन नहीं था, लेकिन फिर उन्होंने कहा, 'नहीं, तुम sitting का मतलब नहीं समझी?'
उपासना ने बताया कि उस मीटिंग के बाद वह ठीक से सो नहीं सकी। अगले दिन वह डायरेक्टर के ऑफिस गईं, जहां वह कुछ लोगों के साथ मीटिंग कर रहे थे। 'उनका ऑफिस बांद्रा में था और मैं वहां सुबह पहुंची। उनका सेक्रेटरी मुझे बाहर इंतजार करने को कह रहा था, लेकिन मैंने इंतजार नहीं किया और बिना किसी हिचकिचाहट के ऑफिस में घुस गई और पंजाबी में उन्हें गालियां दीं। मैंने लगभग पांच मिनट तक उन्हें गालियां दीं। लेकिन जब मैं उनके ऑफिस से बाहर निकली, तो मुझे यह याद आया कि मैंने बहुत से लोगों को बताया था कि मैंने अनिल कपूर के साथ फिल्म साइन की है। मैं फुटपाथ पर चलते हुए लगातार रो रही थी', उपासना ने कहा।
इस घटना के बाद उपासना ने बताया कि वह सात दिन तक अपने कमरे में बंद रहीं और रोती रही। 'मैं सात दिनों तक कमरे से बाहर नहीं निकली, लगातार रोती रही, यह सोचती रही कि लोगों को क्या बताऊंगी। लेकिन उन सात दिनों ने मुझे मजबूत बना दिया। मैने अपनी मां के बारे में सोचा कि मुझे फिल्म इंडस्ट्री छोड़नी नहीं है। मैने कहा, 'तेरी ऐसी की तैसी' और अपनी मां की मेहनत और संघर्ष को ध्यान में रखते हुए मैंने तय किया कि मैं इंडस्ट्री में ही रहूंगी।'