Edited By suman prajapati, Updated: 06 Nov, 2024 03:21 PM
बिहार में छठ पर्व बड़ी तादाद में मनाया जाता है। ये बिहार के लोगों के लिए सिर्फ एक त्योहार नहीं है, ये एक फीलिंग है, जो सबको साथ लेकर आती है। ये पर्व घरों से दूर रह रहे लोगों को परिवार में लेकर आता है। इस बार 7 नवंबर को छठ पर्व मनाया जा रहा है और इस...
मुंबई. बिहार में छठ पर्व बड़ी तादाद में मनाया जाता है। ये बिहार के लोगों के लिए सिर्फ एक त्योहार नहीं है, ये एक फीलिंग है, जो सबको साथ लेकर आती है। ये पर्व घरों से दूर रह रहे लोगों को परिवार में लेकर आता है। इस बार 7 नवंबर को छठ पर्व मनाया जा रहा है और इस मौके पर एक्टर संजय मिश्रा अपने परिवार को याद करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने छठ पूजा से जुड़ी अपनी पुरानी यादों को ताजा किया और इसे बताते हुए रो पड़े।
बिहार के दरभंगा में जन्मे संजय मिश्रा ने अपने जीवन का काफी वक्त बनारस में भी बिताया। यहीं पर वो अपनी फैमिली के साथ छठ पर्व मनाया करते थे। ऐसे में हाल ही में 'डिजिटल कमेंट्री' के साथ एक इंटरव्यू में संजय मिश्रा ने छठ पूजा को लेकर बात की और अपने गहरे जुड़ाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'छठ मेरे शुरुआती वर्षों का एक बड़ा हिस्सा था।'
इसी कड़ी में आगे मिश्रा ने आगे कहा, 'मैं छठ को अपने बचपन से रिलेट करता हूं, लेकिन अब नहीं कर पाता हूं। क्योंकि मेरे दादा नहीं हैं मेरी उंगली पकड़कर ले जाने वाले। मैं कल ही सोच रहा था इस बारे में, मेरे फादर नहीं हैं जगाने वाले और उठाने वाले कि उठो...घाट छेकने जाना है। अब तो छठ के समय में ठंड भी नहीं पड़ती। उस दौर में बाप रे बाप...और कोई भाई धीरे से गंगा जी में लुढ़का दे और कहे कि रो काहे रहे हो चाची जी को भी तो इसी पानी में पूरा दिन खड़ा रहना है, तुम तो खाली डूब के आए हो। वो सब नहीं है तो जिन लोगों से छठ था, सब चाचा आते थे, बुआ आती थीं, चाची व्रत करती थी और अब वहीं लोग नहीं रहे। इसमें बुरा मानने वाली कोई बात नहीं है, लेकिन जीवन बस समय के साथ बदलता रहता है।
काम की बात करें तो संजय मिश्रा 'वध', 'भूल भुलैया 2' और 'गोलमाल' जैसी फिल्मों में अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए मशहूर हैं। वहीं, हाल ही में हालिया रिलीज हुई कार्तिक आर्यन स्टारर 'भूल भुलैया 3' में देखा गया है। इसमें वो बड़े पंडित के किरदार से लोगों का दिल जीतते नजर आए हैं।