Edited By suman prajapati, Updated: 10 Apr, 2025 05:36 PM

एक्टर प्रतीक गांधी और पत्रलेखा की फिल्म फुले के ट्रेलर रिलीज के बाद फैंस को इसका बेसब्री से इंतजार था, लेकिन अब उनका यह इंतजार धरा का धरा रह गया है। फैंस को इस फिल्म को देखने के लिए और इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि सिनमाघरों में दस्तक देने से ठीक एक...
मुंबई. एक्टर प्रतीक गांधी और पत्रलेखा की फिल्म फुले के ट्रेलर रिलीज के बाद फैंस को इसका बेसब्री से इंतजार था, लेकिन अब उनका यह इंतजार धरा का धरा रह गया है। फैंस को इस फिल्म को देखने के लिए और इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि सिनमाघरों में दस्तक देने से ठीक एक दिन पहले फूले की रिलीज डेट बदल दी गई है। अब फिल्म को क्यों पोस्टपोन किया गया, तो आइए जानते हैं..
अनंत महादेवन द्वारा निर्देशित फुले पहले 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विवादों के चलते मेकर्स ने इसकी रिलीज डेट आगे बढ़ा दी। आधिकारिक घोषणा के मुताबिक, अब फिल्म को 25 अप्रैल को रिलीज किया जाएगा।
बता दें, इस फि्लम का ट्रेलर देखने के बाद ब्राह्मण समाज ने नाराजगी जाहिर की थी और आरोप लगाया कि पत्रलेखा और प्रतीक गांधी की फिल्म जातिवाद को बढ़ावा देती है।
वहीं, केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) ने फुले के ट्रेलर को देखने के बाद मेकर्स को इसमें बदलाव करने के लिए आदेश दिए हैं। खासतौर पर इसमें दिखाए गए जातिवाद के डायलॉग को हटाने की बात कही गई है। इसके अलावा फिल्म के कुछ शब्दों को भी हटाने के निर्देश निर्माताओं को दिए गए हैं। इसके पीछे वजह है कि फिल्म को हर वर्ग के लोगों के देखने के उपयुक्त बनाया जा सके।
निर्देशक अनंत महादेवन ने हालिया एक इंटरव्यू में कहा, 'लोगों ने ट्रेलर देखकर फिल्म को जज किया है, जो सही तरीका बिल्कुल नहीं है। उन्होंने आगे बताया कि 'फुले की कहानी समाज की कुरीतियों पर चोट करती है, जो दिखाती है कि आज के समय में भी कई छोटे शहरों में जाति के आधार पर भेदभाव किया जाता है।'