Edited By suman prajapati, Updated: 06 Dec, 2024 05:24 PM
मलयालम एक्टर दिलीप हाल ही में सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में माथा टेकने पहुंचे थे, जहां उन्हें वीआईपी दर्शन करवाए गए। इससे कई लोगों को दर्शन में दिक्कत हुई और घंटों तक लाइन में रहना पड़ा। ऐसे में अब हाल ही में एक्टर को वीआईपी दर्शन करवाने को...
मुंबई. मलयालम एक्टर दिलीप हाल ही में सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में माथा टेकने पहुंचे थे, जहां उन्हें वीआईपी दर्शन करवाए गए। इससे कई लोगों को दर्शन में दिक्कत हुई और घंटों तक लाइन में रहना पड़ा। ऐसे में अब हाल ही में एक्टर को वीआईपी दर्शन करवाने को लेकर पुलिस व त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) को फटकार लगाई गई है।
न्यायमूर्ति अनिल के नरेंद्रन और न्यायमूर्ति मुरली कृष्ण एस की पीठ ने पूछा कि एक्टर को 5 दिसंबर को ऐसा विशेषाधिकार किस आधार पर दिया गया। पीठ ने शनिवार को अदालत में इसकी सीसीटीवी फुटेज पेश करने का निर्देश दिया। अदालत ने पुलिस से एक रिपोर्ट तलब की, जिसमें यह बताने का निर्देश दिया गया कि दिलीप को किस वजह से तरजीह दी गई।
पीठ ने कहा कि दिलीप पूरे ‘हरिवारासनम' (भगवान अयप्पा को सुलाये जाने के लिए गायी जाने वाली लोरी) के दौरान मंदिर के बंद होने तक सोपानम के सामने पहली पंक्ति में खड़े रहे। उन्हें (दिलीप) कौन सा विशेषाधिकार मिला हुआ है? वहां क्या हो रहा है? क्या इससे अन्य भक्तों के दर्शन में बाधा नहीं आएगी, जिनमें बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल हैं और वे कई घंटों से कतार में खड़े थे?
साथ ही अदालत ने पूछा, “उनमें से कई को इंतजार करना पड़ा और कई अन्य श्रद्धालुओं को दर्शन किए बिना ही आगे बढ़ना पड़ा। वे किससे शिकायत करेंगे? उन्हें (दिलीप) इतने लंबे समय तक वहां खड़े रहने की अनुमति कैसे दी गई? उन्हें विशेष व्यवहार क्यों किया गया? ”