Edited By suman prajapati, Updated: 04 Dec, 2024 02:42 PM
भारतीय सिनेमा के शोमैन राज कपूर की 100वीं जयंती के मौके पर एक विशेष उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस उत्सव का नाम है 'राज कपूर 100 - सेलिब्रेटिंग द सेंटेनरी ऑफ द ग्रेटेस्ट शोमैन' और इसे आरके फिल्म्स, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन, एनएफडीसी, एनएफएआई, और...
मुंबई. भारतीय सिनेमा के शोमैन राज कपूर की 100वीं जयंती के मौके पर एक विशेष उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस उत्सव का नाम है 'राज कपूर 100 - सेलिब्रेटिंग द सेंटेनरी ऑफ द ग्रेटेस्ट शोमैन' और इसे आरके फिल्म्स, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन, एनएफडीसी, एनएफएआई, और सिनेमाज द्वारा मिलकर आयोजित किया जा रहा है।
यह तीन दिवसीय उत्सव 13 दिसंबर से शुरू होगा और 15 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान राज कपूर की 10 प्रमुख फिल्मों की स्क्रीनिंग 40 शहरों और 135 सिनेमाघरों में की जाएगी। स्क्रीनिंग पीवीआर-इनॉक्स और सिनेपोलिस सिनेमाघरों में होगी, ताकि देशभर के दर्शक अत्याधुनिक सिनेमाघरों में राज कपूर के जादू का अनुभव कर सकें। हर सिनेमा घर में टिकट की कीमत सिर्फ 100 रुपये रखी गई है, जिससे हर कोई इस खास यात्रा का हिस्सा बन सके।
इस उत्सव में राज कपूर की सबसे प्रसिद्ध फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिनमें आग (1948), बरसात (1949),आवारा (1951),श्री 420 (1955), जागते रहो (1956), जिस देश में गंगा बहती है (1960),संगम (1964),मेरा नाम जोकर (1970), बॉबी (1973) और राम तेरी गंगा मैली (1985) शामिल है।
राजकपूर के बेटे व एक्टर और फिल्म निर्माता रणधीर कपूर का मानना है कि राज कपूर सिर्फ एक फिल्म निर्माता नहीं थे, वे एक दूरदर्शी थे, जिन्होंने भारतीय सिनेमा की भावनात्मक परंपरा को आकार दिया। उनकी कहानियां केवल फिल्में नहीं, बल्कि भावनात्मक यात्राएं हैं जो पीढ़ियों को जोड़ती हैं। यह उत्सव उनकी दृष्टि को हमारा छोटा सा ट्रिब्यूट है।
वहीं, रणबीर कपूर ने कहा, हमें बहुत गर्व है कि हम राज कपूर परिवार के सदस्य हैं। हमारी पीढ़ी एक ऐसे दिग्गज के कंधों पर खड़ी है, जिनकी फिल्मों ने अपने समय की भावनाओ को दर्शाया और दशकों तक आम आदमी को आवाज दी। उनकी टाइमलेस कहानियां प्रेरणा देती रहती हैं, और यह फेस्टिवल उस जादू का सम्मान करने और सभी को बड़े पर्दे पर उनकी विरासत का अनुभव करने के लिए आमंत्रित करने का हमारा एक तरीका है।