Edited By suman prajapati, Updated: 16 Feb, 2025 11:17 AM
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बॉलीवुड के मशहूर और आइकॉनिक एक्टर जितेंद्र हाल ही में खासदार जेष्ठ नागरिक संकुलन महोत्सव में सम्मानित किए गए। इस आयोजन में उन्हें एक जेष्ठ नागरिक के रूप में विशेष सम्मान दिया गया। यह सम्मान भारतीय सिनेमा में उनके द्वारा किए गए अतुलनीय योगदान को...
मुंबई. बॉलीवुड के मशहूर और आइकॉनिक एक्टर जितेंद्र हाल ही में खासदार जेष्ठ नागरिक संकुलन महोत्सव में सम्मानित किए गए। इस आयोजन में उन्हें एक जेष्ठ नागरिक के रूप में विशेष सम्मान दिया गया। यह सम्मान भारतीय सिनेमा में उनके द्वारा किए गए अतुलनीय योगदान को सेलिब्रेट करने का एक शानदार अवसर था। इस भव्य कार्यक्रम में उनके साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।
इस सम्मान समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जितेंद्र की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जितेंद्र न केवल एक सफल अभिनेता हैं, बल्कि उन्होंने भारतीय सिनेमा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हमेशा प्रेरणा दी है। जितेंद्र के योगदान को देखते हुए उन्हें यह सम्मान दिया गया, जो सिर्फ उनके अभिनय की नहीं, बल्कि उनकी समाज के प्रति प्रतिबद्धता और प्रेरणादायक यात्रा का भी प्रतीक है।
जितेंद्र ने इस सम्मान के अवसर पर अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, "मैं पूरी तरह से गिरगांव की चॉल में पला-बढ़ा हूँ। वहां की छोटी-सी दुनिया में मुझे इतना प्यार मिला कि आज भी वे यादें मेरे दिल में बसी हुई हैं। अब मैं 83 साल का हो चुका हूं, लेकिन अगर मुझसे पूछा जाए कि मेरी ज़िंदगी का सबसे सुनहरा दौर कौन-सा था, तो मैं बिना सोचे कहूंगा- वो चॉल वाले दिन।"
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उन्होंने यह भी कहा, "मैं एक एक्स्ट्रा आर्टिस्ट था, जूनियर आर्टिस्ट था, और मेरी पहली फिल्म का ब्रेक भी मुझे इसी वजह से मिला था। शांता राव बाप को यह मजेदार लगा था कि एक पंजाबी लड़का इतनी साफ मराठी कैसे बोल सकता है!" जितेंद्र ने बताया कि जब वह सिर्फ 15 दिन के थे, तब उनकी माँ उन्हें बॉम्बे, गिरगांव लेकर आई थीं और वह वहीं पले-बढ़े। उन्होंने अपनी मातृभूमि महाराष्ट्र को लेकर अपने प्रेम और गर्व को व्यक्त किया, यह बताते हुए कि वह खुद को सबसे ज्यादा महाराष्ट्रियन मानते हैं।
इस सम्मान समारोह के दौरान जितेंद्र ने अपने चाहने वालों का दिल से धन्यवाद किया। उनका कहना था, "आज यह सम्मान पाकर दिल भर आया है। आप सबका दिल से शुक्रिया।"
यह सम्मान केवल जितेंद्र के अभिनय करियर का नतीजा नहीं है, बल्कि यह उनके व्यक्तित्व और उस आइकॉन का सम्मान है जिसने भारतीय सिनेमा में अपनी कड़ी मेहनत और कला से पीढ़ियों को एंटरटेन किया और प्रेरित किया। 'लेजेंडरी सुपरस्टार' का टैग कोई साधारण शब्द नहीं है, बल्कि यह उनके वर्षों की मेहनत, टैलेंट और कड़ी लगन का परिणाम है। उनकी फिल्मों, डांस और स्टाइल की छाप आज भी भारतीय सिनेमा और दर्शकों के दिलों में जिंदा है। इस सम्मान ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि जितेंद्र का नाम और उनका जलवा हमेशा बरकरार रहेगा।