Edited By suman prajapati, Updated: 20 Nov, 2024 12:40 PM
भारतीय सिनेमा के जनक दादा साहब फाल्के की मूक फिल्म ‘कालिया मर्दन’ को गोवा में आयोजित होने वाले 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में विशेष रूप से लाइव आर्केस्ट्रा के साथ दिखाया जाएगा। यह एक ऐतिहासिक आयोजन होगा, जिसमें फिल्म का...
मुंबई. भारतीय सिनेमा के जनक दादा साहब फाल्के की मूक फिल्म ‘कालिया मर्दन’ को गोवा में आयोजित होने वाले 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में विशेष रूप से लाइव आर्केस्ट्रा के साथ दिखाया जाएगा। यह एक ऐतिहासिक आयोजन होगा, जिसमें फिल्म का प्रदर्शन उसके मौलिक स्वरूप के साथ किया जाएगा, लेकिन इस बार इसे संगीत के साथ जीवंत रूप से प्रस्तुत किया जाएगा। दादा साहेब फाल्के के पोते चंद्रशेखर पुसालकर ने इस सम्मान के लिए अपनी खुशी जाहिर की है।
दादा साहेब फाल्के के पोते चंद्रशेखर पुसालकर ने फिल्म को इफ्फी में दिखाए जाने को लेकर कहा- 'मुझे खुशी है कि इस फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिखाया जा रहा है। मैं सरकार का शुक्रगुजार हूं। यह दादा साहब की सबसे यादगार फिल्मों में से एक है।'
बता दें, ‘कालिया मर्दन’ दादा साहब फाल्के द्वारा निर्देशित और निर्मित एक मूक फिल्म है, जो 1919 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म भगवान कृष्ण के कालिया नाग से संघर्ष की कहानी पर आधारित है, जहां वह यमुना नदी में कालिया नाग को वश में करते हैं।। फिल्म का मुख्य आकर्षण फाल्के की पांच वर्षीय बेटी मंदाकिनी का सुंदर अभिनय और फाल्के द्वारा की गई कुछ बेहतरीन ट्रिक फोटोग्राफी थी।