Edited By Smita Sharma, Updated: 29 Jul, 2019 10:54 AM

आपको याद होगा वो समय जब सुबह भगवान के भजनों से ही होती थी।
तड़का टीम। आपको याद होगा वो समय जब सुबह भगवान के भजनों से ही होती थी। ऐसी लागी लगन, मीरा हो गई मगन, जग में सुंदर हैं दो नाम, प्रभु जी, तुम चंदन हम पानी. घरों में गूंजने वाले इन कई भजनों को अपनी मधुर आवाज दी गायक और भजन सम्राट अनूप जलोटा ने। इनको 2012 में राष्ट्रपति द्वारा पद्म श्री भी मिल चुका है। आज अनूप जलोटा का बर्थडे है वो अपने जीवन के 66वे बसंत में प्रवेश कर रहे हैं।
अपनी आवाज से संगीत के क्षेत्र में नाम कमाने वाले अनूप जलोटा ऑल इंडिया रेडियो के ऑडिशन में फेल हो गए थे। उस ऑडिशन की एक दिलचस्प कहानी ये भी है कि जब अनूप जलोटा लखनऊ में पहली बार ऑल इंडिया रेडियो का ऑडिशन देने जा रहे थे तो उनकी मां ने कहा कि वो भी ऑडिशन देंगी। इस पर अनूप जी ने कहा कि ‘मां आप रियाज तो करती नहीं हैं, ऑडिशन कैसे देंगी? मां के ज्यादा कहने पर अनूप जलोटा ने मां का फॉर्म भर दिया। लेकिन, जब ऑडिशन के नतीजे आए तो दोनों चौंक गए। दरअसल, ऑडिशन में मां पास हो गई थीं और अनूप जलोटा फेल हो गए थे. इस शुरुआती नाकामी के बाद ये अनूप जलोटा की मेहनत, लगन और समर्पण ही है कि बाद में वो उसी प्रसार भारती के सदस्य बने जिसके ऑडिशन में वो फेल हो गए थे। हाल ही में अनूप जलोटा की मां का निधन हो गया था। उनकी मां के निधन पर बॉलीवुड की हस्तियों ने शोक जताया था।
भजन सम्राट अनूप जलोटा का जन्म 29 जुलाई 1953 को नैनीताल में हुआ था। इनकी तीन शादियां हो चुकी हैं। मीडिया में आई खबरों की मानें तो इनकी पहली शादी सोनाली सेठ से हुई थी। इन दोनों ने साथ में 'अनूप एंड सोनाली जलोटा' के नाम पर कई सारे म्यूजिक कंसर्ट भी किए। मगर आपसी अनबन के चलते दोनों का तलाक हो गया। अनूप ने तीसरी शादी पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल की भतीजी मेधा गुजराला से की। 2014 में लीवर फेल होने के कारण मेधा का निधन हो गया। आपका बता दें, मेधा और अनूप जलोटा का एक बेटा भी है।

मशहूर भजन व गजल रिकॉर्ड कर चुके जलोटा ने करीब एक सौ से अधिक प्लेटिनम, मल्टी प्लेटिनम डिस्क जारी किए हैं। जलोटा ने भारत सहित विश्व के पांचों महाद्वीपों के 300 से अधिक शहरों में 5000 से अधिक लाइव कंसर्ट्स पेश करने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। संगीत नाटक अकादमी यूपी अवार्ड, स्क्रीन फिल्म म्यूजिक अवार्ड, मुंबई, सुर श्रृंगार संसद मुंबई का राजेश्वर अवार्ड प्राप्त कर चुके जलोटा पंजाबी होते हुए भी नौ भाषाओं में भजन व गजलों की गायकी गायकी कर सकते हैं।
