Edited By Mehak, Updated: 21 Jan, 2025 12:40 PM
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में अभिनेता नाना पाटेकर से मुलाकात की और उन्हें ‘प्रतिभाशाली और अनुभवी अभिनेता’ के रूप में सराहा। इस मुलाकात में दोनों ने फिल्मों और उनके सामाजिक बदलाव में योगदान पर चर्चा की। अमित शाह ने नाना पाटेकर के करियर...
बाॅलीवुड तड़का : राजनीति और सिनेमा की दुनिया को जोड़ते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर से उनके दफ्तर में मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों के बीच फिल्मों के सामाजिक बदलाव में योगदान और उनकी भूमिका पर गहरी चर्चा हुई। अमित शाह ने नाना पाटेकर की शानदार करियर की सराहना की और उन्हें 'एक प्रतिभाशाली और अनुभवी अभिनेता' बताया। इस मुलाकात की कुछ तस्वीरें शाह ने अपने X (पहले ट्विटर) हैंडल पर शेयर की।
एक तस्वीर में अमित शाह और नाना पाटेकर एक-दूसरे को गर्मजोशी से गले मिलते हुए दिख रहे हैं। इस तस्वीर के साथ अमित शाह ने लिखा, 'बहुत ही प्रतिभाशाली और अनुभवी अभिनेता श्री @nanagpatekar जी से मिला। फिल्मों और उनके सामाजिक बदलाव में योगदान पर शानदार चर्चा की।'
नाना पाटेकर ने 1978 में फिल्म 'गमन' से अभिनय की शुरुआत की थी और उसके बाद उनका करियर लगातार ऊंचाइयों पर रहा। 1988 में Academy Award-nominated फिल्म 'सलाम बॉम्बे' में अभिनय करने के बाद उन्होंने क्राइम ड्रामा 'परिंदा' में अपने अभिनय के लिए कई पुरस्कार जीते। 90 के दशक में उनकी प्रमुख फिल्मों में 'प्रहार: द फाइनल अटैक', 'राजू बन गया जेंटलमैन', 'अंगार', 'तिरंगा', 'क्रांतिकवीर', 'अग्नि साक्षी' और 'खामोशी: द म्यूजिकल' जैसी हिट फिल्में शामिल हैं।
2023 में, नाना पाटेकर ने विवेक अग्निहोत्री निर्देशित फिल्म 'The Vaccine War' में अभिनय किया, जो भारत में COVID-19 महामारी के दौरान Covaxin के विकास के बारे में बताती है।
वहीं, अमित शाह ने एक इंटरव्यू में फिल्मों, कंटेंट और उत्तर-दक्षिण बहस पर भी अपनी राय व्यक्त की थी। उन्होंने कहा, 'हमें किसी भी व्यक्ति पर गर्व होना चाहिए जो भारत को ऑस्कर दिलवाए, और हम गर्व करते हैं। लेकिन जो दिखावटी उत्तर-दक्षिण विभाजन है, वह असल में उत्तर-दक्षिण विभाजन नहीं है। मैं फिल्मों को बहुत शौक से देखता हूं। कई दक्षिण भारतीय फिल्में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। मैंने इस ट्रेंड का बहुत ध्यान से विश्लेषण किया है। जो फिल्में भारतीय परंपराओं, भारतीय संस्कृति और 'इंडियननेस' के बारे में होती हैं, वे सभी सफल हुई हैं और उन्हें दिल से स्वीकार किया गया है।'