Edited By Jyotsna Rawat, Updated: 22 May, 2025 11:59 AM

अभिनेत्री, निर्माता आरुषि निशंक ने कांस फ़िल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर सर्कुलर फैशन की ड्रेस पहनकर दुनिया को एक शक्तिशाली संदेश दिया।
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। अभिनेत्री, निर्माता आरुषि निशंक ने कांस फ़िल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर सर्कुलर फैशन की ड्रेस पहनकर दुनिया को एक शक्तिशाली संदेश दिया। अपने पहले रेड कार्पेट कान वॉक करते हुए आरुषी ने सर्कुलर फैशन को बढ़ावा देकर इतिहास बनाने में कदम रखा और अपनी कस्टम ड्रेस के माध्यम से एक वैश्विक पर्यावरण के प्रति जागरूक और सामाजिक न्याय संदेश भेजा। आरुषि का रूप इस तथ्य का प्रमाण था कि परिपत्र फैशन और शैली एक साथ जा सकते हैं।
उनकी ड्रेस में जटिल हाथ-कढ़ाई की विशेषता थी, जो टिकाऊ डिज़ाइन सिद्धांतों को अपनाते हुए इसे एक कालातीत आकर्षण प्रदान करती है। हरा रंग जीवन शक्ति और प्रकृति के साथ सद्भाव का प्रतीक है - पर्यावरण वकालत के लिए एक सूक्ष्म संकेत। उपयोग की जाने वाली सामग्री नैतिक रूप से सोर्स की गई थी और स्थायी रूप से उत्पादित की गई थी। और सबसे महत्वपूर्ण बात, यह शून्य-अपशिष्ट काटने की तकनीकों के साथ बनाया गया था जो पर्यावरणीय प्रभाव को कम करता है।
उन्होंने व्यापक फैशन उद्योग के लिए अपने प्रशंसकों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण स्थापित किया।उनके रूप ने प्रदर्शित किया कि नैतिक फैशन अविश्वसनीय रूप से ग्लैमरस और परिष्कृत हो सकता है। उन्होंने फैशन में स्थिरता के महत्व को रेखांकित किया।
"मेकिंग इंडिया ए ग्लोबल फ़िल्म पावर हाउस" पर आमंत्रित अतिथि के रूप में कान में पैनल से बोलते हुए उन्होंने कहा कि फ़िल्मों में परिपत्र फैशन स्रोत सामग्री का उपयोग हमेशा पर्यावरण के अनुकूल तत्वों और परिपत्र अर्थव्यवस्था को उच्च फैशन में शामिल करने की बढ़ती प्रवृत्ति पर ज़ोर देता है। उन्होंने कहा कि इस बदलाव ने न केवल फैशन और फ़िल्म उद्योग में स्थिरता के बढ़ते महत्व को उजागर किया बल्कि यह भी दिखाया कि लालित्य और पर्यावरण चेतना सह-अस्तित्व में हो सकती है।
आरुषि, जो हाल ही में संयुक्त राष्ट्र, जिनेवा पर एक कार्यक्रम में भी थी जहाँ से उन्होंने पर्यावरण और वैश्विक जल मुद्दों के बारे में भी बहुत मुखर होके अपनी बात रखी. जहाँ उन्होंने यह बताते हुए दुनिया को एक शक्तिशाली संदेश भेजा कि कैसे सर्कुलर अर्थव्यवस्था किसी भी देश की मुख्य अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकती है। संयुक्त राष्ट्र में उनकी उपस्थिति की कई जगहों में सराहना हुई.