Edited By Jyotsna Rawat, Updated: 16 Jun, 2022 01:25 PM
एक्शन-रोमांटिक-कॉमेडी ''निकम्मा'' दो साल की देरी के बाद 17 जून, 2022 को सिनेमाघरों में आने के लिए तैयार है। फिल्म में अभिनेत्री भाग्यश्री के बेटे अभिमन्यु दसानी और शर्ली सेतिया हैं। अपनी गायकी से घर-घर में पहचान बनाने वाली शर्ली निकम्मा से बॉलीवुड...
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। एक्शन-रोमांटिक-कॉमेडी 'निकम्मा' दो साल की देरी के बाद 17 जून, 2022 को सिनेमाघरों में आने के लिए तैयार है। फिल्म में अभिनेत्री भाग्यश्री के बेटे अभिमन्यु दसानी और शर्ली सेतिया हैं। अपनी गायकी से घर-घर में पहचान बनाने वाली शर्ली निकम्मा से बॉलीवुड में कदम रख रहीं हैं। सब्बीर खान द्वारा निर्देशित फिल्म में शिल्पा शेट्टी 14 साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी कर रही हैं। फिल्म की प्रमोशन में जुटे एक्टर्स शिल्पा शेट्टी, अभिमन्यु दसानी, शर्ली सेतिया और डायरेक्टर शब्बीर खान ने पंजाब केसरी/नवोदय टाइम्स/जगबानी/हिन्द समाचार से ख़ास बातचीत की। पेश हैं इसके मुख्य अंश।
शिल्पा शेट्टी
वापसी करने में 14 साल क्यों लगा दिए ?
शिल्पा मजाक में हंसते हुए कहती हैं साबिर सर पहले नहीं आए मेरे पास, वो तीन साल पहले आए तो मुझे लगा यही सही समय है वापसी करने के लिए, इससे पहले भी कई ऑफर आए लेकिन उस तरह का काम मैं पहले कर चुकी थी। अवनी के इस किरदार में मुझे कुछ नया लगा तो मैंने हां कह दिया। एक एक्टर होने के नाते आप सिर्फ अपने किरदार के बारे में ही नहीं सोच सकते बल्कि पूरा कॉन्टेंट का ध्यान रखना पड़ता है। यह फिल्म फुल एंटरटेनिंग है, इसमें रोमांस, एक्शन, कॉमेडी और फैमिली वैल्यूज सबकुछ है। साथ ही फिल्म में अच्छे गाने भी हैं। मेरी पहचान फिल्मों की वजह से बनीं और मैं अब इतने समय बाद फिल्मों में वापसी कर रहीं हूं। फिल्मों में काम करना मेरे लिए वैसा है जैसे शेर के मुंह खून लग जाना। मेरे फैंस ने मुझे हमेशा हर माध्यम में खूब प्यार दिया है।
29 सालों से आप इंडस्ट्री में काम कर रहीं हैं। वक्त के साथ- साथ चीजों में कितना बदलाव आया है ?
शिल्पा कहती हैं आपने ये बहुत अच्छा सवाल पूछा, वैसे मैं इतना सोचती नहीं बस समय के साथ - साथ काम करती रही। काम से ब्रेक लेना मेरा अपना फैसला था क्योंकि मैं अपने बेटे वियान को पूरा समय देना चाहती थी। बच्चे की जिंदगी में पहले सात साल बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। लेकिन उसी दौरान मुझे लगा कि मैं तो काम के बिना पागल हो जाउंगी तभी मैनें यू-ट्यूब के जरिएकुकिंग क्लासेस शुरु की। जब सोशल मीडिया आ गया तो मेरी नीस ने कहा कि सोशल मीडिया का यूज करो तब मैनें योग की क्लासेज शुरु की। मैं कहना चाहूंगी कि आप कुछ भी करें बस आप में काम के लिए पैशन होना चाहिए।
आप बहुत सी महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं। हमारी महिला दर्शकों को क्या मैसेज देना चाहेंगी ?
शिल्पा कहती हैं प्रॉब्लम हम में हैं, हमें शुरु से सिखाया जाता है कि सबका ध्यान रखो। नौकरी करती हो तो घर का भी काम करो और बच्चों का भी ध्यान रखो। इसलिए हम मल्टिटास्क होती हैं। वहीं जो हाऊस वाइफ होती हैं, उन्हें तो और भी ज्यादा काम होता है और जो थोड़ा बहुत टाइम मिल भी जाता है, तो उन्हें लगता है मैं इस टाइम में आराम करूंगी योगा क्यों करूं या कसरत क्यों करूं। मैं ये कहना चाहती हूं अपने लिए थोड़ा टाइम निकाले आप सही नहीं रहेंगी तो आपकी फैमिली भी खुश नहीं रहेंगी। सबकुछ घर की औरत पर निर्भर करता है। अगर मैं कर सकती हूं, तो आप भी कर सकतीं हैं। खाना बहुत मायने रखता है आप पोष्टिक खाइए और खिलाइए।
अभिमन्यु और शर्ली जैसे नए एक्टर्स के साथ काम करके कैसा लगा ?
इस पर शिल्पा कहती हैं कि इन दोनों के साथ काम करके लगा ही नहीं कि ये न्यू एक्टर्स हैं। इनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। इनका मेथड़ बिल्कुल अलग है। हम शुटिंग के वक्त बहुत गलतियां करते थे, बाद में लगता था अरे ये तो थोड़ा गलत हो गया। और ये लोग तो कोई गलती नहीं करते। ये लोग बहुत नेचुरल हैं, इन्हें सब पता है।
अभिमन्यु दासानी
आपकी मां भाग्यश्री इंडस्ट्री का जाना माना नाम है, हम जानना चाहते हैं कि आपकी फिल्मों में काम करने की इच्छा कब जागृत हुई ?
अभिमन्यु बताते हैं कि मैंनें पंद्रह साल की उम्र से काम करना शुरु कर दिया था। मैंने अलग - अलग बिजनेस ट्राई किए, यहां -वहां इंटर्नशिप्स किए । 2009 में पापा मुझे रोहन सिप्पी की 'दम मारो दम' फिल्म की शुटिंग में ले गए तब मैं अपनी फाइनेंस की पढ़ाई कर रहा था। बस तभी मुझे फिल्मी कीड़े ने काट लिया और उसके बाद मैंने कई फिल्में असिस्ट कीं। न्यूयॉर्क और ली स्ट्रासबर्ग जैसी एकेडमी से मैनें एक्टिंग वर्कशॉप्स किए हैं। बस कैमरे के सामने काम करना अच्छा लगने लगा और आज मैं यहां आपके सामने हूं।
आपकी डेब्यू फिल्म 'मर्द को दर्द नहीं होता के बाद आपकी लाइफ कैसे चेंज हुई ?
अभिमन्यु बताते हैं कि मेरी जर्नी शुरु हो गई या यूं कहिए एक नई जिंदगी शुरु हो गई। मेरी नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई 'मीनाक्षी सुंदरेश्वर' के लिए मैनें दस किलो वजन घटाया था और इस फिल्म के लिए मैनें दस किलो वापस गेन किया। मैनें अपनी आवाज पर भी काफी काम किया है। मैनें गोविंदा सर की बहुत सी फिल्में भी देखी क्योंकी वो कॉमेडी के महारथी है।
शर्ली सेतिया
आपने बतौर सिंगर बॉलीवुड में एंट्री की तो एक्टिंग की दुनिया में कदम कैसे रखा ?
शर्ली बताती हैं कि मैं आई तो एक्टिंग के लिए ही थी सिंगर को बस ऐसे ही बन गई। मेरे मॉम और डैड कहते हैं जो काम मिले वो करो। दरअसल, जब मैनें वीडियोज में काम करना शुरु किया तो मुझे काम करने में मजा आने लगा औऱ कई डायरेक्टर्स ने मुझसे कहा तुम्हारे एक्सप्रेशन्स बहुत अच्छे हैं, फिल्मों में ट्राइ क्यों नहीं करती। मैनें न्युयॉर्क एकेडमी से एक्टिंग का कोर्स भी किया है।
शब्बीर खान किस तरह के डायरेक्टर हैं, उनके साथ काम करके कैसा लगा ?
शर्ली ने बताया कि नए एक्टर्स के लिए शब्बीर सर बहुत अच्छे हैं, ये बहुत अच्छे से समझाते हैं कि वे चाहते क्या हैं। वो आपको महसूस ही नहीं कराते कि आप वो शोट दें रहे हैं बल्कि वो नेचुरल फील कराते हैं। उन्होंने जितने भी एक्टर्स को ब्रेक दिया है उनकी पारी काफी लंबी चली है।
शब्बीर खान
निकम्मा एक तेलगु फिल्म की रिमेक है, बतौर डायरेक्टर रिमेक बनाना कितना मुश्किल होता है?
शब्बीर बताते हैं कि रिमेक बनाना बहुत मुश्किल होता है, क्योंकि वो एक पूरी कहानी लोग पहले ही पसंद कर चुके होते हैं। लेकिन अब आपको उसमें अपने माध्यम से कुछ अलग और नया भी डालना है। एक ओरिजनल कहानी पर फिल्म बनाना आसान होता है क्योंकि वो सिर्फ आप ही बोल रहे हैं। यह भाभी और देवर की प्यारी सी कहानी है, इस तरह की कहानी आपने पर्दे पर बहुत समय से देखी भी नहीं है।
इस फिल्म की खासियत क्या है ?
शब्बीर ने बताया आपने भाभी और देवर में प्यार, दोस्ती, हंसी मजाक देखा होगा लेकिन इसमें दोनों के बीच दुश्मनी है औऱ वो एंगल बहुत कमाल का है। ये आपको थिएटर में जाकर ही पता चलेगा।
अभिमन्यु और शर्ली जैसे नए एक्टर्स को ही फिल्म के लिए क्यों चुना ?
शब्बीर कहते हैं कि किरदारों के हिसाब से ये दोनों उसमें फिट बैठते हैं। शर्ली को मेरी असिसटेंट ने इंटरनेट पर देखा था, उसके बाद मैनें इनकी क्लिप्स देखीं। फिर बाद में दोनों ने ही अपने किरदारों के लिए ऑडिशन दिया।
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