Edited By Parminder Kaur, Updated: 13 Jun, 2022 04:16 PM
नुसरत भरुचा स्टारर फिल्म ''जनहित में जारी'' ने देश भर के दर्शकों के बीच वाहवाही बटोरी है। फिल्म ने ना केवल ऐसे मुद्दों को उठाया है जिस पर खुलकर बात करना टाबू माना जाता था, बल्कि उसे बहुत ही बहादुरी के साथ सबके समाने पेश किया है, जो सामाजिक रूप से भी...
मुंबई. नुसरत भरुचा स्टारर फिल्म 'जनहित में जारी' ने देश भर के दर्शकों के बीच वाहवाही बटोरी है। फिल्म ने ना केवल ऐसे मुद्दों को उठाया है जिस पर खुलकर बात करना टाबू माना जाता था, बल्कि उसे बहुत ही बहादुरी के साथ सबके समाने पेश किया है, जो सामाजिक रूप से भी रिलेवेंट है, खासकर के भारत जैसे देश में।
इस कॉमेडी ड्रामा को इसकी रिलीज़ से ही उत्साहजनक समीक्षा मिली, जिसमें कई लोगों ने इस साहसी नरेटिव को बड़े पर्दे पर लाने और इसे व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ बनाने के लिए निर्माताओं को बधाई दी। इस फिल्म के लिए दर्शकों का प्यार और सराहना का सिलसिला जारी है। इस फिल्म को मिली तारीफ ने इसको राजस्थान, पश्चिम बंगाल, सीआई, सीपी और बिहार जैसे बड़े हिंदी फिल्मों के क्षेत्रों में अधिक स्कोर करने में मदद की है। ऐसे में फिल्म का संडे का कलेक्शन 1.18 करोड़ (वर्ल्ड वाइड ग्रॉस) रहा। फ्राईडे को फिल्म ने 56.70 एल, शनिवार को 1.02 करोड़ और रविवार को 1.18 करोड़ का बिजनेस किया। यानी कुल 3 दिन का फिल्म का कलेक्शन 2.76 करोड़ रहा(वर्ल्डवाइड ग्रॉस), जो फिल्म के लिए अच्छी खबर है।
बता दें, जहां निर्माता विनोद भानुशाली ने एक टाबू सब्जेक्ट पर आधारित फिल्म को बैक किया और उसे सपोर्ट करने का फैसला किया साथ ही फिल्म में लीड रोल के लिए फीमेल स्टार को अपरोच करने का सोचा, वहीं राज शांडिल्य ने अपने सिग्नेचर ब्रांड ऑफ ह्यूमर और पंच लाइनों के साथ इस फिल्म को एंटरटेनिंग बनाया, जो समाज की रूढ़िवादिता को तोड़ती है, कंडोम के उपयोग के बारे में जागरूकता पैदा करती है और सबसे हल्के-फुल्के तरीके से सुरक्षित सेक्स को बढ़ावा देती है। दिलचस्प बात यह है कि ये निर्माता ही थे जिन्होंने जय बसंतू सिंह को सुझाव दिया और उन्हें आश्वस्त किया, जो शुरू में फिल्म को निर्देशित करने के लिए स्क्रीन राइटर के रूप में आए थे और इस तरह जय बसंतू सिंह ने 'जनहित में जारी' के साथ अपने निर्देशन की यात्रा शुरू की।
ऐसे में एक ऐसे देश में जहां 'कंडोम' शब्द को अभी भी टाबू माना जाता है, निर्माताओं को यह सुनिश्चित करना था कि इस सब्जेक्ट को बड़े ही डेलिकेटली और स्मार्टली हैंडल किया जाए। कह सकते है वे उस अच्छी लाइन पर चलने में कामयाब रहे जहां फिल्म उपदेशात्मक नहीं है, फिर भी दर्शकों को एंटरटेन करती है और ह्यूमर अंजाद में एक मैसेज भी देती है। सुरक्षित यौन संबंध के लिए कंडोम के उपयोग के महत्व पर जोर देने से लेकर गर्भपात के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और नुसरत का पुरुषों की दुनिया में साहसपूर्वक काम करने तक, जनहित में जारी किसी भी मुद्दे पर बात करने से नही कतराई और ये निर्माताओं के लिए वास्तव में अहम आंकड़े साबित हुए हैं जहां महिला सशक्तिकरण से जुड़े टॉपिक्स पर बात हुई।
विनोद भानुशाली, कमलेश भानुशाली, विशाल गुरनानी, राज शांडिल्य, विमल लाहोटी, श्रद्धा चंदावरकर, बंटी राघव, राजेश राघव और मुकेश गुप्ता द्वारा निर्मित श्री राघव एंटरटेनमेंट एलएलपी के सहयोग से भानुशाली स्टूडियोज लिमिटेड और थिंक इंक पिक्चर्स प्रोडक्शन को जूही पारेख मेहता ने सह-निर्मित किया हैं। ज़ी स्टूडियोज़ की रिलीज जनहित में जारी दुनिया भर के सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है।