Edited By Smita Sharma, Updated: 12 Nov, 2024 11:04 AM
लोकप्रिय बंगाली एक्टर मनोज मित्रा अब हमारे बीच नहीं रहे। मंगलवार सुबह 8:50 बजे कोलकाता के एक हाॅस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 85 साल के थे। मशहूर नाटककार कई सालों से उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर उनके भाई...
मुंबई: लोकप्रिय बंगाली एक्टर मनोज मित्रा अब हमारे बीच नहीं रहे। मंगलवार सुबह 8:50 बजे कोलकाता के एक हाॅस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 85 साल के थे। मशहूर नाटककार कई सालों से उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर उनके भाई और मशहूर लेखक अमर मित्रा ने दी।मित्रा को बंगाली रंगमंच में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उनके प्रभावशाली कार्यों की विरासत ने राज्य के लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।
सितंबर के महीने मेंउन्हें उम्र संबंधी दिक्कतों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी सेहत काफी नाजुक बताई जा रही थी। कहा गया था कि 85 वर्षीय एक्टर सोडियम-पोटेशियम असंतुलन तथा अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना कर रहे थे।
तपन सिन्हा की 'बंछारामर बागान' जैसी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय के लिए मशहूर मनोज मित्रा ने दिग्गज निर्देशक सत्यजीत रे की क्लासिक फिल्मों 'घरे बाइरे' और 'गणशत्रु' में भी अभिनय किया है। उन्होंने दिग्गज निर्देशकों बुद्धदेब दासगुप्ता, बासु चटर्जी, तरुण मजूमदार, शक्ति सामंत और गौतम घोष की फिल्मों में भी अभिनय किया। इसके अलावा उन्होंने 100 से अधिक नाटक भी लिखे हैं। अनेक पुरस्कारों के अलावा, मनोज मित्रा को वर्ष 1985 में सर्वश्रेष्ठ नाटककार के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी मिला।