Edited By Mehak, Updated: 28 Jan, 2025 01:07 PM
भाग्यश्री ने हाल ही में नारीवाद पर अपनी राय साझा की, जिसमें उन्होंने कहा कि कई महिलाएं नारीवाद को विद्रोह से जोड़कर गलत समझती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नारीवाद का मतलब समान अवसर देना है, न कि पुरुषों की नकल करना। भाग्यश्री ने महिलाओं की प्राकृतिक...
बाॅलीवुड तड़का : एक्ट्रेस भाग्यश्री ने हाल ही में नारीवाद (Feminism) पर अपनी राय साझा की। उन्होंने कहा कि बहुत सी महिलाएं नारीवाद को गलत समझती हैं और इसे विद्रोह से जोड़ देती हैं। उनका मानना है कि असली नारीवाद तब है जब पुरुषों और महिलाओं को समान अवसर मिलते हैं, ताकि दोनों अपने सपनों और आकांक्षाओं को पूरा कर सकें। भाग्यश्री ने यह भी कहा कि महिलाएं कम कपड़े पहनने या पुरुषों की तरह नशा करने से नारीवादी नहीं बन जातीं।
एक इंटरव्यू में भाग्यश्री ने कहा, 'कई महिलाएं नारीवाद को गलत समझती हैं। मैं सिर्फ पुरुषों को दोष नहीं देती, बल्कि महिलाओं को भी। जब आप कहते हैं कि पितृसत्ता (Patriarchy) लंबे समय से चली आ रही है और हमें इसका विरोध करना है, तो फिर ऐसे महिला समूह होते हैं जो कहते हैं कि हम जो चाहें पहनेंगे, जो चाहें बोलेंगे। लेकिन यह समानता कैसे है? क्या समानता यह है कि आप गालियां दें, कम कपड़े पहनें, बुरा व्यवहार करें या नशा करें क्योंकि पुरुष ऐसा करते हैं? ऐसा करना आपको नारीवादी नहीं बनाता।'
उन्होंने आगे कहा कि समानता का मतलब है पुरुषों और महिलाओं को जीवन में अपने सपनों को पूरा करने के लिए समान अवसर देना। 'मुझे लगता है कि इस मुद्दे को हम भूल गए हैं। भगवान ने महिलाओं को कुछ गुण दिए हैं। वह देखभाल करने वाली होती हैं, अधिक संवेदनशील होती हैं, और बहुत कुछ सहन कर सकती हैं। वहीं पुरुष शारीरिक रूप से मजबूत होते हैं और इसलिए वे सुरक्षा करने वाले होते हैं। इसलिए हमें इन गुणों की कद्र करनी चाहिए और एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि साथ मिलकर चलना चाहिए। यही कारण है कि भगवान ने जोड़ी बनाई', उन्होंने कहा।
भाग्यश्री का यह इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उनके विचारों की सराहना की, जबकि कुछ उनसे असहमत भी हुए।
इसके अलावा, हाल ही में भाग्यश्री अपने बेटे अभिमन्यु और बेटी अवंतिका दासानी के साथ प्रयागराज में महाकुंभ मेला भी गई थीं।
भाग्यश्री ने अपने इंस्टाग्राम पर प्रयागराज की यात्रा का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'प्रयागराज… संगम की भूमि, जहां न केवल नदियां मिलती हैं बल्कि मन भी मिलते हैं… वह आध्यात्मिक अस्तित्व जो हमें आत्माओं के रूप में एकजुट करता है। #prayagraj #sangam #mahakumbh #kumbh #traveltalesbyb #harhargange।'