Edited By Jyotsna Rawat, Updated: 09 Dec, 2022 11:23 AM
Film : ‘विजयानंद’ (Vijayanand )
Starcast : निहाल आर (Nihal Rajput), भरत बोपन्ना (Bharat Bopana ), अनंत नाग, रविचंद्रन, प्रकाश बेलावाड़ी, विनय प्रसाद, सिरी प्रह्लाद, अर्चना कोटिग और अनीश कुरुविला
Language : हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम
Director: ऋषिका शर्मा
Rating : 4
Vijayanand Film Review: लिविंग लीजैंड विजय संकेश्वर की बायोपिक ‘विजयानंद’ आज सिनेमा घरों में लैंड कर गयी है। यहां लैंड शब्द का ज़िक्र ज़रूरी था, क्योंकि कहानी में विजय संकेश्वर ने कड़े संघर्ष के बाद कामयाबी की उड़ान भरी है। उनकी इसी कामयाबी की उड़ान को सबसे कम उम्र की महिला डायरेक्टर ऋषिका शर्मा ने सिनेमा तक पहुंचाया है। आपको बता दें कि यह फिल्म भारत के सबसे बड़े लॉजिस्टिक समूह वी.आर.एल. लॉजिस्टिक्स के संस्थापक विजय संकेश्वर की जिंदगी पर आधारित है। इस फिल्म के जरिये वी.आर.एल. फिल्म्स फिल्म प्रोडक्शन ने डेब्यू किया है।
फिल्म में कन्नड़ एक्टर निहाल आर ने संकेश्वर का किरदार निभाया है। उनके साथ इसमें भरत बोपन्ना, अनंत नाग, रविचंद्रन, प्रकाश बेलावाड़ी, विनय प्रसाद, सिरी प्रह्लाद, अर्चना कोटिग और अनीश कुरुविला भी अहम किरदार निभा रहे हैं। कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के लिए ऐसी फिल्में निश्चित तौर पर लाभदायक साबित होंगी। फिल्म हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम में रिलीज की गयी है।
कहानी
यह फिल्म कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से जुड़ी एक सच्ची कहानी से प्रेरित है। यह कहानी है विजयानंद (विजय संकेश्वर) की। उत्तरी कर्नाटक के मध्य में एक छोटे से शहर गडग से 19 वर्षीय लड़का विजय बहुत कम उम्र में अपना परिवहन व्यवसाय शुरू करता है। शुरुआत में उसे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन वो 4300 ट्रकों का मालिक बन जाता है। विजय अपने पुश्तैनी कारोबार पुस्तक प्रकाशन को छोडक़र सामान ढोने का अपना काम शुरू करता है। इस दौरान उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता है। कड़ी मेहनत के बाद वह लॉजिस्टिक कंपनी विजयानंद रोड लाइंस (वी.आर.एल.) का मालिक बनता है।
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वह कर्नाटक में अखबार की शुरुआत भी करता है जो उनके इसी संघर्ष का हिस्सा है। वह बहुत मुश्किलों के बीच अपना सफर शुरू कर अपने विजन और नैतिक प्रथाओं के साथ अपनी विरासत बनता है। इस कहानी में, एक पिता को इस बात की चिंता है कि उसका बेटा एक ऐसे नए व्यवसाय में प्रवेश करता है जिसके बारे में उसे पता नहीं है। लेकिन वही बेटा एक दिन उसी इंडस्ट्री में टाइकून बनकर उभरता है। इस बायोपिक का सबसे बड़ा मैसेज है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है , आपकी जी तोड़ मेहनत और लगन से दुनिया का हर असंभव कार्य भी मुमकिन हो जाता है. तो अपने दोस्तों, अपने परिवार के साथ यह फिल्म देखें क्योंकि यह सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।
एक्टिंग
विजय संकेश्वर के किरदार में कन्नड़ एक्टर निहाल ने कमाल का अभिनय किया है। उन्होंने विजय संकेश्वर के किरदार की भूमिका को पूर्णता के साथ चित्रित किया है। उनकी दमदार एक्टिंग ने इस संघर्ष भरे किरदार को बेहतरीन तरीके से पेश किया है। सह कलाकार भरत बोपन्ना, अनंत नाग, रविचंद्रन, प्रकाश बेलावाड़ी, विनय प्रसाद, सिरी प्रह्लाद, अर्चना कोटिग और अनीश कुरुविला की एक्टिंग भी काबिले तारीफ है।
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डायरैक्शन/म्यूजिक
फिल्म का निर्देशन बेहतरीन है। स्क्रिप्ट बेहतरीन और आकर्षक है। फिल्म को काफी वास्तविक रूप से दिखाया गया है। जहाज के कप्तान के रूप में युवा निर्देशक ऋषिका शर्मा की दर्शकों के लिए यह फिल्म शानदार पेशकश है।
यह बायोपिक सच में हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं।’ यह फिल्म कन्नड़ भाषा की पहली ऑफिशियल बायोपिक है। इस फिल्म का संगीत राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता गोपी सुंदर ने दिया है। कीर्तन पुजारे और हेमंथ ने सिनेमेटोग्राफी और एडिटिंग की कमान संभाली है। आर्ट और कॉस्ट्यूम डिजाइन ऋषिका शर्मा ने की है।