Edited By Varsha Yadav, Updated: 25 Feb, 2024 11:45 AM
गंगूबाई काठियावाड़ी" जो आज अपनी रिलीज के दूसरे साल का जश्न मना रही है, वह भारतीय सिनेमा में महिलाओं की कहानियों की शक्ति का एक बड़ा प्रतीक है।
नई दिल्ली। "गंगूबाई काठियावाड़ी" जो आज अपनी रिलीज के दूसरे साल का जश्न मना रही है, वह भारतीय सिनेमा में महिलाओं की कहानियों की शक्ति का एक बड़ा प्रतीक है। संजय लीला भंसाली के नेतृत्व में बनीं यह फिल्म न सिर्फ स्टीरियोटाइप्स को तोड़ती है बल्कि महिलाओं के किरदारों को खूबसूरती से ऊंचाइयों तक लेकर जाती है। गंगूबाई की शानदार कहानी में जान फूंकते समय, भंसाली ने अपनी फिल्मकारी की अद्वितीय क्षमता का प्रदर्शन किया है, जिससे दुनिया भर की ऑडियंस प्रभावित हुई है।
गंगुबाई काठियावाड़ी में आलिया भट्ट ने एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन दिया है, जो उनके करियर के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुई है। बता दें कि एक्ट्रेस को इसके लिए नेशनल अवार्ड से भी नवाजा गया है। फिल्म में आलिया ने गंगुबाई का किरदार निभाया है, जिसमें उन्होंने अपने किरदार के ताकत, कमजोरी और उसकी सोच को आसानी से स्क्रीन पर दिखाया है। भंसाली के सहयोग से, आलिया ने एक शानदार प्रदर्शन दिया है, जिससे उनका स्थान उनकी जनरेशन के सबसे टैलेंटेड एक्टर्स की लिस्ट ने शामिल हो गया है।
फिल्मी दुनिया में अक्सर मेल एक्टर्स लीड रोल निभाते नजर आते हैं, लेकिन गंगुबाई काठियावाड़ी ने हिम्मत दिखाकर इस चलन को बदलते हुए एक फीमेल एक्ट्रेस को लीड रोल में पेश किया, जिसे दर्शकों द्वारा भी खूब सराहा गया। भंसाली की सोच और आलिया भट्ट की शानदार एक्टिंग के जरिए ये फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं करती बल्कि एक महिला की शक्ति को भी दर्शाती है। फिल्म ने दर्शकों पर एक गहरा प्रभाव छोड़ा है और इंडियन सिनेमा में महिलाओं के प्रमुख कहानियों के एक नए युग के लिए रास्ता बनाया है। गंगुबाई काठियावाड़ी की विरासत का जश्न, सिनेमा के बदलने की ताकत का एहसास दिलाता है। साथ ही यह आगे की सोच रखने वाले फिल्म मेकर और टैलेंटेड एक्टर के साथ आने को भी चिन्हित करता है।