Edited By suman prajapati, Updated: 29 Dec, 2024 12:03 PM
भारतीय सिनेमा की एक प्रमुख और सम्मानित निर्देशक, लेखक और नाटककार सई परांजपे को नए साल में नई उपलब्धि से नवाजा जाएगा। सई को आगामी 10वें अजन्ता-एलोरा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एआईएफएफ 2025) में पद्मपाणि लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा जाएगा।...
मुंबई. भारतीय सिनेमा की एक प्रमुख और सम्मानित निर्देशक, लेखक और नाटककार सई परांजपे को नए साल में नई उपलब्धि से नवाजा जाएगा। सई को आगामी 10वें अजन्ता-एलोरा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एआईएफएफ 2025) में पद्मपाणि लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह सम्मान उन्हें भारतीय सिनेमा में किए गए अद्वितीय योगदान के लिए दिया जाएगा।
यह फिल्म महोत्सव 15 से 19 जनवरी, 2025 तक छत्रपति संभाजीनगर (पूर्व में औरंगाबाद) में आयोजित होगा। इस अवसर पर सई परांजपे को पद्मपाणि लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया जाएगा, जो फेस्टिवल के उद्घाटन के दिन, एमजीएम यूनिवर्सिटी के रुक्मिणी ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा भी मिल चुका है सम्मान
भारत सरकार ने सई परांजपे को 2006 में पद्मभूषण से सम्मानित किया था, जो भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को मान्यता देने वाला एक महत्वपूर्ण पुरस्कार है। अब अजनता-एलोरा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया जाएगा।
बता दें, निर्देशक सई परांजपे का भारतीय सिनेमा में अहम योगदान है। उनकी प्रमुख फिल्मों में स्पर्श (1980), चश्मे बद्दूर (1981), कथा (1983), दिशा (1990), चूड़ियाँ (1993) और साज़ (1997) शामिल हैं। सई परांजपे की फिल्मों ने न केवल भारतीय सिनेमा में नई सोच और संवेदनशीलता का संचार किया, बल्कि उन्होंने दर्शकों के दिलों में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई।
सई परांजपे ने फिल्म निर्देशन के अलावा कई महत्वपूर्ण नाटकों और बच्चों के नाटकों का भी निर्देशन किया है। इसके अलावा, उन्होंने मराठी साहित्य, खासकर बच्चों के साहित्य में भी अहम योगदान दिया है।